अमेठी में 657 प्रिंसिपल पर गिरी गाज, बच्चों के नामांकन में लापरवाही बरतने पर बीएसए ने की बड़ी कार्रवाई
Amethi News : डोर-टू-डोर सर्वे कर शिक्षकों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों के साथ छह वर्ष पूरे कर चुके बच्चों का प्रवेश कराते हुए ऑनलाइन डाटा अपलोड करने को कहा गया है. राज्य परियोजना निदेशक की ओर से हुई समीक्षा में नामांकन प्रगति पर जिले को प्रदेश में 50वां स्थान मिला है.
Amethi News : अमेठी में शिक्षा विभाग में बड़ी कार्यवाही सामने आई है. यहां बच्चों के नामांकन में जनपद पिछड़ा होने पर जिले के 657 स्कूल के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका गया है. बीएसए ने स्कूल चलो अभियान के तहत कक्षा एक में बच्चों के प्रवेश में लापरवाही बरतने पर वेतना रोका है.
657 लापरवाह प्रधानाचार्यों पर कार्यवाही
बता दें कि जिले में 1570 विद्यालयों में से 657 विद्यालयों में एक भी बच्चों का प्रवेश नहीं हुआ है. स्कूल चलो अभियान के तहत कक्षा एक में बच्चों के प्रवेश में लापरवाही बरतने पर 657 स्कूल के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका गया है. बीएसए ने सभी को बच्चों का प्रवेश कर ऑनलाइन अपलोड करने का निर्देश दिया है.
जिले को 50वां स्थान मिला
बीएसए ने बताया कि डोर-टू-डोर सर्वे कर शिक्षकों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों के साथ छह वर्ष पूरे कर चुके बच्चों का प्रवेश कराते हुए ऑनलाइन डाटा अपलोड करने को कहा गया है. राज्य परियोजना निदेशक की ओर से हुई समीक्षा में नामांकन प्रगति पर जिले को प्रदेश में 50वां स्थान मिला है. परियोजना निदेशक का पत्र मिलने के बाद शुक्रवार को स्कूलवार ऑनलाइन प्रवेश व नामांकन कार्य की समीक्षा हुई.
नामांकन कार्य में लापरवाही
समीक्षा में जिले में संचालित 1,570 स्कूल में 657 परिषदीय स्कूल ऐसे में मिले जहां या तो एक भी बच्चे का प्रवेश कक्षा एक में नहीं मिला या अधिकतम 10 बच्चों का ही प्रवेश हुआ है. ऐसे में नामांकन लक्ष्य पूरा करना व शत प्रतिशत बच्चों को शिक्षित करने का आदेश जिले में पिछड़ गया. प्रधानाध्यापकों की ओर से नामांकन कार्य में बरती जा रही लापरवाही से नाराज बीएसए ने मई माह का वेतन रोकने का आदेश दिया है.
बीएसए ने नोटिस जारी किया
साथ ही इन प्रधानाचार्यों को नोटिस भी जारी की गई है. नोटिस में ग्रीष्मकालीन अवकाश में अभिभावकों से संपर्क कर कक्षा एक के साथ अन्य कक्षाओं में अधिक से अधिक बच्चों का नामांकन कर उनका डाटा ऑनलाइन अपलोड कर जवाब देने को कहा है. बीएसए ने जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है.
WATCH: 2000 रुपये के नोट को लेकर RBI के फैसले पर क्या बोले लखनऊ के व्यापारी