कैप्टन शिवा चौहान ने सियाचिन के -30 से -40 डिग्री सेल्सियस के शरीर को गलाकर रख देने वाले तापमान के बीच सेना की कमान संभालने वाली पहली महिला सैन्य अधिकारी बन गई हैं. उन्होंने सेना में जोखिम वाले पदों पर पुरुषों के वर्चस्व को तोड़ने का काम भी किया है. कैप्टन शिवा चौहान सियाचिन ग्लेशियर की कुमार पोस्ट में तैनाती मिली है. 20 हजार फीट की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर देश के सबसे ऊंचे सैन्य क्षेत्रों में एक है.


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कुमार पोस्ट देश की सबसे ऊंची पर्वतीय इलाके सियाचिन पर समुद्र तल से 15,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. लेह की फायर एंड फायर कार्प्स ने पुरुषों का मिथक तोड़ने वाली शिवा चौहान के वीडियो भी ट्विटर पर शेयर किए हैं. वो सैपर्स की टीम को लीड कर रही हैं और इंजीनियरिंग से जुड़े तमाम जिम्मेदारियों को निभा रही हैं. 



सियाचिन की जानलेवा ठंड में पोस्टिंग से पहले शिवा चौहान को कठोर ट्रेनिंग से भी गुजरना पड़ा. इसमें ऊंची चोटियों पर चढ़ाई(Trekking) , हिमस्खलन (avalanche) आने पर बचाव की तैयारी और रेस्क्यू ड्रिल (rescue and survival drill) शामिल हैं. इससे पहले महिला सैन्यकर्मियों को सियाचिन बेसकैंप (Siachen base camp) में 9 हजार फीट की ऊंचाई तक ही रेगुलर पोस्टिंग मिलती थी.



रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कैप्टन चौहान को बधाई दी है. शिवा चौहान राजस्थान से आती हैं. वो इंडियन आर्मी (Indian Army) की कार्प्स ऑफ इंजीनियर्स (Corps of Engineers) से जुड़ी हैं, जिनकी बंगाल सैपर्स, मद्रास सैपर्स औऱ बांबे सैपर्स ग्रुप हैं. शिवा बंगाल सैपर्स हैं, जिसे पहले बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप कहा जाता है.


 


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