Caste Census in UP : समाजवादी पार्टी नगर निकाय चुनाव से पहले जातीय जनगणना के मुद्दे पर अब नए सिरे से आंदोलन करने जा रही है. सपा 24 फरवरी से ब्‍लॉक स्‍तर पर संगोष्‍ठी का आयोजन करेगी. सपा इस संगोष्‍ठी के माध्‍यम से लोगों के बीच जाकर समझाएगी कि जिनकी आबादी ज्‍यादा है, उनकी गिनती होना जरूरी है. इसका ऐलान खुद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने किया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

5 मार्च तक ब्‍लॉक स्‍तर पर कार्यकर्ताओं से मिलेगी पार्टी 
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि 24 फरवरी से 5 मार्च तक ब्‍लॉक स्‍तर पर संगोष्‍ठी करेगी. ट्वीट में पार्टी ने लिखा, पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना की मांग पर बल देने के लिए अब ब्‍लॉकों का दौरा करेगी. बता दें कि समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान ही जातीय जनगणना का समर्थन किया था. 


विधानसभा चुनाव में भी था पार्टी का मुद्दा 
सपा ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनी तो 3 माह में जातीय जनगणना कराएंगे. अब विपक्ष में बैठी पार्टी इस मुद्दे को लेकर नए सिरे से जन आंदोलन चलाने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी नेताओं को तैयार रहने के लिए भी कहा गया है. 


बिहार की तरह जातिगत जनगणना पर जोर 
सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव का मानना है कि सामाजिक न्याय, समानता सहित लोकतांत्रिक समाजवादी व्यवस्था की स्थापना के लिए जातीय जनगणना जरूरी है. पार्टी जातीय जनगणना का आंदोलन तेजी से आगे बढ़ाएगी. वहीं, जानकारों का मानना है कि सपा बिहार की तरह यूपी में भी जातिगत जनगणना का मामला गरमाने की तैयारी में है. विधानसभा सत्र में भी सपा यह मुद्दा उठा सकती है. 




Watch: बाराबंकी में महाशिवरात्रि पर दिखी धार्मिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल, हर तरफ हो रही तारीफ