Chhatrapati Shivaji Jayanti: औरंगजेब ने जिस किले में शिवाजी को बनाया था बंदी, उसी आगरा फोर्ट में गूंजेगी छत्रपति की शौर्यगाथा
Chhatrapati Shivaji Jayanti at Agra Fort: इतिहास एक बार फिर अपने आप को दोहरा है...आगरा के जिस किले में औरंगजेब ने शिवाजी महाराज को बंदी बनाया था, अब वहीं पर छत्रपति शिवाजी की शौर्यगाथा गूंजेगी...
Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti 2023: आज मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की 393वीं जयंती है. छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पहली बार आगरा के किले में भी मनाई जाएगी. इस भव्य कार्यक्रम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राव साहेब दानवे,राज्यमंत्री रेल, कोयला भारत सरकार व अन्य शिरकत करेंगे. भारतीय पुरातत्व विभाग ने इसकी अनुमति मिल गई है.
आगरा फोर्ट में ऐतिहासिक समारोह
आगरा किले के 'दीवान-ए-आम' में होने वाले इस समारोह को आयोजित करने पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने केंद्र सरकार और यूपी सरकार का आभार जताया है. इसका आयोजन महाराष्ट्र सरकार व अजक्यिं देवगिरी फाउंडेशन की ओर से किया जाएगा. कार्यक्रम में करीब दो हजार लोगों के रहने की उम्मीद जताई जा रही है. इस कार्यक्रम का डिजिटल माध्यम से लाइव प्रसारण भी किया जाएगा. डिजिटल आतिशबाजी और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा.
औरंगजेब ने आगरे के किले में किया था शिवाजी महाराज को कैद
आगरा के किले का मुगल और मराठा साम्राज्य के इतिहास में एक विशेष महत्व है. मुगल बादशाह औरंगजेब ने 350 साल पहले आगरा किले में शिवाजी महाराज और उनके बेटे युवराज संभाजी को धोखे से कैद किया था. उनको जान से मारने की साजिश भी रची गई थी. लेकिन जेल की सुरक्षा को चकमा देते हुए शिवाजी महाराज अपने वफादारों के साथ वहां से सकुशल निकल गए. इस घटना को मराठा इतिहास में बड़े गर्व के साथ याद किया जाता है. इसीलिए इस किले में छत्रपति शिवाजी जयंती (Chhatrapati Shivaji Jayanti) आयोजित किए जाने की मांग उठ रही थी.
दिखाई जाएगी छत्रपति शिवाजी की नाटिका
इस समारोह में अजिंक्य देवगिरी प्रतिष्ठान महाराष्ट्र की ओर से नाटिका का मंचन भी किया जाएगा. इसके साथ ही किले में दीपोत्सव, डिजिटल आतिशबाजी और भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा. इस समारोह में महाराष्ट्र सरकार के आधा दर्जन से ज्यादा मंत्री शामिल होंगे.
अकबर ने बनवाया था आगरा का किला
लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले का निर्माण वर्ष 1573 ईस्वी में मुगल बादशाह अकबर ने कराया था. इस किले में पर्ल मस्जिद, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम, मोती मस्जिद और जहांगीरी महल बने हुए हैं. यूनेस्को ने इस किले को वर्ल्ड हेरिटेज घोषित कर रखा है.एएसआई इस विरासत स्मारक की देखभाल करता है.
जी-20 मेहमानों के लिए भी हुआ था आयोजन
बता दें कि बीते दिनों 11 फरवरी को जी-20 देशों के मेहमानों के लिए आगरा किले में लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया गया था. आगरा किले के अंदर दीवान-ए-आम में यह कार्यक्रम हुआ था.
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