लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार में बड़ा एक्शन हुआ है. लखनऊ (Lucknow) और कानपुर (Kanpur) के पुलिस कमिश्नर (Police Commissioners) को हटाया गया है. जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. योगी सरकार की इस कार्रवाई के पीछे की वजह लखनऊ-कानपुर हाइवे पर 28 जुलाई को लगा भीषण जाम माना जा रहा है. तो क्या वाकई जाम के झाम में दोनों अधिकारी नप गए? 


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एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने दी जानकारी
इस मामले में उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि 28 जुलाई को रात में लगे जाम को लेकर स्थानीय थानों के पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है. साथ ही शासन स्तर पर कार्ययोजना बनाकर ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी स्थिति न आए. दरअसल, योगी सरकार कानून व्यवस्था और लॉ न ऑर्डर को लेकर बिल्कुल तीखे तेवर अपनाए हुए हैं. शायद यही वजह है कि दोनों अधिकारियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है.


अधिकारियों के हटने के पीछे लुलु मॉल और जाम है वजह?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को हटाने के पीछे लुलु मॉल का विवाद और ट्रैफिक जाम बड़ी वजह माना जा रहा है. इस मामले में  कानपुर कमिश्नर विजय सिंह मीणा भी खबरों के मुताबिक ट्रैफिक जाम की वजह से हटाए गए हैं.


फिलहाल, दोनों अधिकारी  प्रतीक्षारत रखे गए हैं. वहीं, शासन की इस कार्रवाई से संबंधित अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है. इस एक्शन से योगी सरकार साफ संदेश दे रही है कि कार्य के प्रति लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सूबे की योगी सरकार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि जनता को किसी तरह की कोई समस्या न हो. खास बात यह है कि इस समय सावन का महीना चल रहा है और बड़ी संख्या में कांवड़ियों का जत्था शिवालयों की तरफ रवाना हो रहा है. 


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