मयूर शुक्ला/लखनऊ: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) के आगाज में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन होगा. ऐसे में भारतीय खिलाड़ी भी लगातार पसीना बहाने में लगे हैं. इस बार सभी को इन खिलाड़ियों से पिछली बार से बेहतर करने की उम्मीद है. सबसे ज्यादा पदकों की उम्मीद भारतीय पहलवानों से है. भारतीय टीम से 6 पुरुष और 6 महिला रेसलर इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग ले रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लखनऊ की SAI में तैयारियों में जुटीं महिला रेसलर 
राजधानी लखनऊ में स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Sports Authority of India) में महिला रेसलर लगातार तैयारियों में जुटी हैं. पहले भी देश का नाम रोशन कर चुकीं विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और अंशु मलिक (Anshu Malik) ने जी मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. उन्होंने बताया कि इस बार की तैयारियां पहले से बेहतर हैं. इसके पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के सभी 12 रेसलर ने मेडल जीता था और इस बार भी 12 रेसलर ही बर्मिंघम जा रहे हैं लेकिन पदक पिछली बार से ज्यादा होंगे.



उन्होंने कहा कि कोशिश इस बात की होगी कि ज्यादा से ज्यादा गोल्ड भारत के लिए लेकर आए. आपको बता दें कि विनेश फोगाट ने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में भारत के लिए गोल्ड जीता है और इस बार सबसे ज्यादा उम्मीद विनेश फोगाट से ही की जा रही है. 



कॉमनवेल्थ गेम्स में बेहतर होगा इंडिया का परफॉर्मेंस - विनेश फोगाट
विनेश ने बताया कि भारत की छवि बदल रही है क्योंकि महिलाएं लगातार आगे बढ़ रही हैं और हर क्षेत्र में भारत का नाम भी रोशन कर रही हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा ही महिला सम्मान की बात करते हैं. उनके उत्थान के लिए ठोस कदम उठाते हैं. खेलो इंडिया के तहत भारत में स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिला है छोटे से छोटे शहर से खिलाड़ी उभर कर आ रहे हैं सभी को मौका मिल रहा है. यही वजह है कि आज दुनिया भर में भारत का परचम लहरा रहा है. और इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भी भारत का परफॉर्मेंस देखने वाला होगा. 


कुश्ती में दमखम दिखा रहीं लड़कियां- अंशु मलिक
अंशु मलिक ने कहा कि कुश्ती को आमतौर पर पुरुषों का खेल माना जाता है लेकिन लंबे समय से लड़कियों ने भी अपना दमखम दिखाया है. देश के लिए कई मेडल जीते हैं. अंशु ने बताया कि पहले उनके घर में पुरुषों का यह मानना था कि लड़कियां रेसलिंग नहीं कर सकती और कुश्ती को लेकर उन्हें कोई सपोर्ट भी नहीं मिलता था. लेकिन जब उनकी दादी ने उनका हाथ थामा और सभी के सामने यह बात रखी कि अंशू को भी रेसलिंग में आगे बढ़ना चाहिए तब जाकर मेरी ट्रेनिंग शुरू हुई और देखते ही देखते मैं देश के लिए खेलने लगी इससे यह साबित जरूर होता है कि अगर मन में कोई बात ठान ली जाए तो वो पूरी की जा सकती है.


28 जुलाई से होगी बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत
28 जुलाई से बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स (Birmingham Commonwealth Games 2022) की शुरुआत हो रही है, लेकिन कुश्ती की शुरुआत 5 अगस्त से होगी. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि 6 लड़के और 6 लड़कियों में से भारत के लिए कौन ज्यादा पदक लेकर आता है. आज लखनऊ स्थित स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में इन खिलाड़ियों को सम्मान के साथ विदा किया गया. इस बात की उम्मीद भी जताई जा रही है कि जब यह लोग वापस लौटें तो सभी के गले पर सोना लदा हो.