बरेली : गोसाई गौटिया से प्रशांत के नेतृत्व में रविवार को कछला जाने के लिए 200 कावंड़ियों का जत्था निकला था. दोपहर लगभग तीन बजे जत्था जोगी नवादा के शाह नूरी मस्जिद के पास पहुंचा. आरोप है तभी मस्जिद से कांवड़ियां पर कीचड़ फेंक दिया गया. इसका जब कांवड़ियों ने विरोध किया तो पत्थरबाजी शुरू कर दी गई. इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ. बवाल चार साढ़े घंटे तक चलता रहा. पुलिस के वाहनों में तोड़फोड़ की गई है. मुख्य आरोपित उस्मान अल्वी की गिरफ्तारी के बाद कांवड़िये शांत हुए लेकिन फिर पीलीभीत हाईवे पर जाम लगा दिया. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से मामले को शांत कराया.


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धक्का-मुक्की के बीच पुलिसकर्मियों ने आरोपित को भीड़ से बचाकर गाड़ी में बैठाया तो उस पर भी पथराव हुआ. हालात बिगड़ता देख पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी आरएएफ, पीएसी और चार थानों से दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए. बताया जा रहा है कि आरोपियों की पहचान के लिए टीम जगह-जगह छापे मार रही हैं.
मुख्य आरोपित उस्मान की गिरफ्तारी हो गई है.


सोमवार को कछला से जल लेकर वापस कांवड़ियों को वनखंडीनाथ मंदिर पहुंचना था. यहीं से जलाभिषेक के बाद कांवड़ियों को उसी रूट से वापस जाना था. ऐसे में बवाल वाले पूरे क्षेत्र में सोमवार को चप्पे-चप्पे पर आरएएफ व पुलिस फोर्स के जवान तैनात नजर आए.


बताया जा रहा है कि भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बाद मुस्लिम आबादी में पूरी तरह सन्नाटा रहा. इतना ही नहीं पत्थरबाजों की तलाश में पुलिस ने जब दबिश दी तो घरों में ताला बंद मिले, जो घर खुले भी थे,वहां सिर्फ महिलाएं थी.


इन्हें किया गया नामजद
सपा के पूर्व पार्षद उस्मान अल्वी के साथ शाहनूरी मस्जिद का मौलाना, सलीम शाह, छोटे शाह, सलीम का लड़का मम्मा ढोल, राशिद मुखबिर, वाहिद, चांद मोहम्मद, गुड्डू, सरदार शाह, भूरा नामजद हैं. आरोपितों के विरुद्ध बलवा, हत्या का प्रयास, आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, मानव जीवन को खतरे में डालने व अन्य धाराओं में प्राथमिकी लिखी गई है. बवाल में शामिल शेष आरोपितों की पहचान के लिए पुलिस आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से काफी मदद मिल रही है. अब तक सौ सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा चुके हैं जिसमे कई की पहचान भी की जा चुकी है. पहचान में आए सभी के नाम प्राथमिकी में खोले जाएंगे और आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी. 


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पहले भी बवाल काट चुका है मुख्य आरोपी
जत्थेदार अमित कुमार की ओर से दिये गए शिकायती पत्र में बताया गया कि सभी कांवड़िए शांति से कांवड़ यात्रा निकाल रहे थे. मुस्लिम संप्रदाय का नेता आरोपित उस्मान अली पहले भी बवाल कर चुका है. बताया जा रहा है कि रविवार को उसने शाह नूरी मस्जिद के मौलाना व अन्य के साथ मिलकर मुस्लिमों की छत पर ईंट, पत्थर व कांच की बोतलें रखवा दीं थीं. जाहिर है कि मस्जिद में भी पूरी तैयारी थी. आरोप है कि जैसे ही कांवड़ियों का जत्था शाह नूरी मस्जिद के पास पहुंचा, तभी उस्मान अली ने अपने लोगों से कहा कि इन्हें जान से मार डालो.


इसी बीच उस्मान, मस्जिद के मौलाना, सलीम शाह, छोटे शाह, सलीम का लड़का, मम्मा ढोल, राशिद, चांद मोहम्मद, गुड्डू, सरदार शाह, भूरा खां एवं 100-150 अज्ञात ने कांवड़ियां पर पथराव शुरू कर दिया. यात्रा में महिलाएं एवं बच्चे शामिल थे जिससे उनको चोटे आईं. बताया जा रहा है कि आरोपितों ने भगवान शिव की प्रतिमा को तोड़ दिया.


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