Prayagraj Mahakumbh 2025 News: अगर आप प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए आने का प्लान बना रहे हैं तो निसंकोच आइए. योगी सरकार कुंभ की सुरक्षा के लिए 7 लेयर वाली सिक्योटिरी कर रही है. इनमें हजारों पुलिसकर्मियों के साथ एंटी ड्रोन-सिस्टम की तैनाती भी शामिल है.
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Prayagraj Mahakumbh 2025 Security Deployment: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को CM योगी आदित्यनाथ ने अभेद्य सुरक्षा किले में बदलने का संकल्प लिया है. लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं. पूरे प्रयागराज में खास चौकसी बढ़ाई गई है. चप्पे चप्पे पर पैनी नजर रखी जा रही है. योगी के ऑर्डर पर डीजीपी खुद हर पल मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साफ निर्देश है कि सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं होगी.
इस बार महाकुंभ की तैयारियों ने एक नए आयाम को छू लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में कुंभ को ना सिर्फ भव्य और दिव्य बनाने का संकल्प लिया गया है, बल्कि पूरे प्रयागराज को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है.
महाकुंभ में सुरक्षा अभेद्य करने की तैयारी
महाकुंभ को अभेद्य सुरक्षा से घेरा जा चुका है...मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑर्डर पर भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है. हर कोने पर नजर रखने के लिए CCTV कैमरे लगाए गए हैं. संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी के साथ एंटी-ड्रोन सिस्टम भी एक्टिव हैं. साथ ही पानी में किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए अंडर-वाटर सिस्टम की तैनाती की जा रही है. अराजक तत्वों पर पैनी नजर रखने के लिए सात लेयर की सुरक्षा दीवार बनाई गई है.
महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को देखते हुए ऐसी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिसमें परिंदा भी पर नहीं मार सके. चप्पे-चप्पे पर तैनात सुरक्षाबल, आधुनिक तकनीक और कड़े निर्देशों के चलते ये महाकुंभ अब सुरक्षा के मामले में ऐतिहासिक बनने जा रहा है.
अब आपको बताते हैं कि योगी फोर्स की तैनाती के साथ ही प्रयागराज महाकुंभ की सुरक्षा के लिए और कौन कौन से इंतजाम किए गए हैं. महाकुंभ में यूपी पुलिस के 50 हजार जवान सुरक्षा के लिए लगे हैं. चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए 2700 CCTV कैमरे लग रहे हैं. इस बार महाकुंभ में हाईटेक AI वाले CCTV लगाए जा रहे हैं. किसी भी अराजक स्थिति की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे भी तैनात हैं.
एंटी ड्रोन सिस्टम की हो रह तैनाती
महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए एंटी ड्रोन सिस्टम की तैनाती की जाएगी. महाकुंभ में 7 लेयर सिक्योरिटी रहेगी. घुसपैठ और किसी भी आतंकी गतिविधि को रोकने के लिए नेपाल बॉर्डर की निगरानी जारी है. साथ ही सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है.
डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ को लेकर अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. इस दौरान यूपी के पुलिस अधिकारियों को 24 घंटे निगरानी के निर्देश दिए. इसके साथ ही होटल, ढाबों, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर हर पल चेकिंग अभियान चलाने का आदेश भी दिया.
महाकुंभ में सिक्योरिटी का दायरा इतना मजबूत किया गया है कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि बच नहीं सकेगी. जमीन पर सुरक्षा चाक-चौबंद होने के साथ-साथ आसमान पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है..ड्रोन कैमरों से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है. किसी भी संभावित हवाई खतरे को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम भी तैनात किया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं. अधिकारियों के साथ डेली बैठकें कर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा कर रहे हैं. CM योगी अधिकारियों से ये कह चुके हैं कि किसी भी स्तर पर चूक बर्दाश्त नहीं होगी. ये महाकुंभ हर श्रद्धालु के लिए ना सिर्फ धार्मिक अनुभव होगा, बल्कि एक सुरक्षित आयोजन का उदाहरण भी पेश करेगा.
कुंभ में मुसलमानों की दुकानें लगने पर ऐतराज
उधर महाकुंभ में मुसलमानों के दुकान लगाने पर संतों का ऐतराज़ बरकरार है. प्रशासन की तरफ से अबतक कुंभ क्षेत्र में किसी भी मुस्लिम को दुकान अलॉट नहीं की गई है लेकिन आगे भी ऐसा न हो इसके लिए संतों ने प्रशासन से फिर अपील की, साथ ही इस बात का दावा भी किया कि उनका विरोध सिर्फ उन कट्टर मुस्लिमों के लिए है जिन्हें मदरसों में हिन्दुओं का धर्म भ्रष्ट करने की तालीम दी गई.
महाकुंभ में इस बार मुस्लिमों की एंट्री पर पुरी तरह से बैन रहे और किसी भी हालत में कुंभ क्षेत्र में मुसलमानों को दुकानें लगाने की इजाज़त न दी जाए, इस बात की अपील संत समाज ने एक बार फिर योगी सरकार से की है, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने दावा किया कि उनका विरोध सिर्फ उन कट्टरपंथियों के लिए है जिन्हें मदरसों में हिन्दुओं का धर्म भ्रष्ट करने की तालीम दी गई है.
संत समाज की तरफ इस बात को भी साफ़ किया गया कि जो गैर हिन्दू वहां काम कर रहे हैं उसपर उन्हें ऐतराज़ नहीं है लेकिन जो सनातनी नहीं हैं उन्हें वहां दुकानें अलॉट न की जाएं. संतों ने इस मामले में सीएम योगी से अपील भी की थी जिसका असर है कि अब तक वहां किसी भी मुस्लिम को दुकान अलॉट नहीं की गई है और यही उम्मीद जताई जा रही है कि आगे भी प्रशासन उनकी इस मांग का ख्याल रखेगा.
वक्फ बोर्ड के खिलाफ भरेंगे हुंकार
प्रयागराज महाकुंभ में इस बार सिर्फ आस्था का मेला नहीं लगेगा बल्कि सनातन रक्षा के लिए संतों का एक ऐतिहासिक आंदोलन भी शुरू करेगा. देशभर के संत वक्फ बोर्ड के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे. धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव पारित किया जाएगा.
प्रयागराज महाकुंभ में इस बार सिर्फ आस्था और संस्कृति का संगम नहीं होगा बल्कि धर्म और सनातन के अस्तित्व की रक्षा के लिए संतों का बिगुल भी बजेगा. महाकुंभ के दौरान 27 जनवरी को आयोजित होने वाली धर्म संसद में वक्फ बोर्ड के खिलाफ संतों ने ऐतिहासिक अभियान छेड़ने की ठानी है. चार शंकराचार्य, 13 अखाड़ों के प्रमुख और देशभर के प्रमुख संत धर्म संसद में एकजुट होकर वक्फ बोर्ड के खिलाफ अपनी हुंकार बुलंद करेंगे.
धर्म संसद के इस आयोजन में सनातन बोर्ड का प्रस्ताव पारित किया जाएगा. ये बोर्ड सनातन धर्म से जुड़े मुद्दों को सशक्त बनाने और हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए काम करेगा. इसके साथ ही ये अभियान वक्फ बोर्ड को खत्म करने के लिए भी हुंकार भरेगा. ये अभियान प्रयागराज महाकुंभ से शुरू होगा और इसे पूरे देश में फैलाया जाएगा.
धर्म संसद में होने जा रही चर्चा
संतों का दावा है कि वक्फ बोर्ड हिंदुओं की संपत्तियों और जमीनों पर अवैध कब्जा करता है. ये धर्मनिरपेक्षता की आड़ में एकपक्षीय एजेंडा चलाने वाला तंत्र है. इसे खत्म करना जरूरी है. धर्म संसद के मंच से संतों की हुंकार सरकार तक पहुंचेगी. संतों ने सरकार से मांग की है कि इसे खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं.
धर्म संसद से पहले प्रयागराज में वक्फ बोर्ड के खिलाफ संतों ने बड़े पैमाने पर होर्डिंग्स लगाए हैं. इन होर्डिंग्स में वक्फ बोर्ड की नीतियों और उनके दुरुपयोग के खिलाफ संदेश लिखे गए हैं. वक्फ के खिलाफ कुंभ में पोस्टर लगाने वाले बाबा जगद्गुरु नरेंद्राचार्य ने कहा हिन्दू धर्म खतरे में है..वक्फ जमीन हथिया रहा है. इसीलिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं. वक्फ हिन्दुओं पर हिंसा कर रहा है.
महाकुंभ में संतों ने सनातन का परचम तो बुलंद किया ही है. साथ ही वक्फ बोर्ड के खिलाफ अपने आंदोलन का बिगुल बजाकर हिंदू समाज को जगाने का आह्वान किया है. संतों का मानना है कि अब समय आ गया है कि हिंदू समाज अपने अधिकारों और संपत्तियों की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम करे.
(प्रयागराज से प्रमोद शर्मा की रिपोर्ट)