आशीष द्विवेदी/हरदोई :  यूपी के हरदोई में खाकी की भूमिका पर सवाल उठे हैं. यहां एक थाने में तैनात सिपाही पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा है. पीड़ित ने सिपाही के रिश्वत लेने से संबंधित बातचीत का ऑडियो देकर प्रकरण में कार्रवाई की मांग की है. दरअसल दहेज प्रताड़ना के बाद मायके में रह रही पीड़िता और उसके माता-पिता के साथ मारपीट करने वाले ससुराल वालों के खिलाफ स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पीड़ित परिवार ने अफसरों से न्याय की गुहार लगाई. आरोप है कि डीजीपी के आदेश के बाद भी पीड़िता का मुकदमा तब दर्ज किया गया जब 20 हजार की रिश्वत एक सिपाही के द्वारा ले ली गयी. पीड़ित के मुताबिक उसकी तहरीर बदल कर मुकदमा दर्ज किया गया और अब मुकदमे में कार्रवाई के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है. पीड़ित ने सिपाही के साथ हुई बातचीत का ऑडियो देकर बेटी के ससुराल वालों और रिश्वतखोर पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग डीजीपी से की है. पूरे प्रकरण की जांच डिप्टी एसपी को सौंपी गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मामला हरदोई जिले के थाना हरियावां का है. बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के बेलहिया गांव के रहने वाले सागर के मुताबिक 4 साल पहले उसने अपनी बेटी चांदनी की शादी थाना कोतवाली देहात के कंथाथोक गांव के रहने वाले शादाब के साथ की थी. आरोप है कि बेटी को दहेज के लिए ससुराल वालों प्रताड़ित करते थे लिहाजा वह अपनी बेटी को लेकर अपने घर आ गया. 25 अप्रैल को शादाब और उसके परिजन बेलहिया गांव आए जहां उन्होंने घर मे घुसकर चांदनी के साथ ही उसके माता पिता को भी पीटा.  
यह भी पढ़ें: झांसी में ट्रेन में गर्भवती महिला ने बच्चे को दिया जन्म,आरपीएफ की महिला सिपाहियों ने जीता दिल


पीड़ित का आरोप है कि डीजीपी के आदेश के बावजूद भी मुकदमा लिखने के एवज में सिपाही आरिफ मलिक ने उससे 20 हजार रुपये ले लिए जिसके बाद उसका मुकदमा दर्ज किया गया,रिश्वत लेकर उसका मुकदमा तो लिख दिया गया लेकिन तहरीर बदल दी गयी. पीड़ित के मुताबिक सिपाही आरिफ मलिक का कहना है कि दूसरा पक्ष मुकदमा खत्म करने के एवज में एक लाख रुपए दे रहा है अगर तुम 50 हजार दोगे तो तुम्हारे मुकदमे में धारा बढ़ा दी जाएगी और कार्रवाई होगी.  


ऐसे में पीड़ित परिवार ने सिपाही के साथ हुई बातचीत का ऑडियो मुहैया करा कर पूरे मामले की शिकायत पुलिस महानिदेशक,राज्य महिला आयोग और मुख्यमंत्री से की है. सिपाही की रिश्वतखोरी का प्रकरण संज्ञान में आने के बाद पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने सीओ हरियावां शिल्पा कुमारी को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है.


WATCH: मर गई इंसानियत ! ई-रिक्शा चालक ने शव को सड़क पर फेंका, CCTV कैमरे में कैद हुई घटना