विनय सिंह/गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. ताजा मामला गुलरिहा थाना क्षेत्र के हल्का नंबर एक की हैं. जहां एक युवक को शक के आधार पर क्षेत्र में दो दिन पहले हुई चोरी के मामले में पुलिस थाने लेकर पहुंची. जानकारी होते ही युवक की दिव्यांग पत्नी थाने पहुंची. पुलिस द्वारा पति पर दुर्व्यवहार होता देख दिव्यांग पत्नी दरोगा रामचन्द्र राय से भिड़ गई. महिला का उग्र तेवर देख थाने में तैनात महिला कांस्टेबल रोकने का प्रयास की लेकिन उग्र तेवर देख पीछे हट गई. 


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इस मामले की जानकारी थाना प्रभारी मनोज पांडेय को हुई तो वह आनन फानन में थाने पर पहुंचे. साथ ही महिला के पति को छोड़ने का आदेश दे दिया. जिसके बाद दिव्यांग महिला पति के साथ घर लौट गई. दिव्यांग महिला के पति राजगीर का काम कर परिवार का पालन पोषण करते हैं. घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ हैं.लोग इस घटना के बाद पुलिस की निंदा करते हुए कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं.


दारोगा से भिड़ गई दिव्यांग पत्नी
महिला ने बताया कि थाने पर पहुंच कर पति को दरोगा से लाने का कारण पूछा तो उन्होंने दुर्व्यवहार करते हुए घसीटकर लॉकअप में बंद करने ले जाने लगे.पति के साथ दुर्व्यवहार होते देख दिव्यांग महिला दारोगा से भिड़ गई. दिव्यांग पत्नी का कहना है कि कौन सा ऐसा कानून है जिसके तहत यह सब मेरे पति के साथ किया गया. घटना के बाद महिला और उसके परिवारजनों सब यहीं पूछ रहे हैं .आखिर क्यों पुलिस ने बिना किसी सबूत के राजगीर का उत्पीड़न की. पुलिस की क्या मंशा थी. 


 दिव्यांग महिला ने दरोगा से कहा पति के खिलाफ क्या साक्ष्य है जो उसे लॉकअप में डाल रहे थे. किस कानून के तहत एक आम आदमी का उत्पीड़न किया जा हैं.महिला के सवाल पर दरोगा की बोलती बंद हो गई.वह मौके से हट गया. थाना प्रभारी मनोज पांडेय ने बताया कि चोरी के मामले में पूछताछ के लिए लाया गया था. पूंछताछ कर छोड़ दिया गया है