Akira Virus: इंटरनेट की दुनिया में अब अकीरा नाम का एक नया वायरस तेजी से फैल रहा है. हाल ही में हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने आम जनता, कॉर्पोरेट सेक्टर और बड़ी कंपनियों को वायरस से सतर्क रहने की सलाम दी है. अकीरा पहले तो आपके कंप्यूटर  में घुसता है फिर फ़ोल्डर्स को एन्क्रिप्ट करता है. इससे आप अपने कंप्युटर को ना तो इस्तेमाल कर पाएंगे और ना ही फ़ोल्डर्स को खोल के देख पाएंगे. अकीरा वायरस होता क्या है, कैसे काम करता है और आप इससे कैसे बच सकते है. सारी जानकारी आपको यहां मिलेगी. 


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अकीरा वायरस क्या है ? 
अकीरा वायरस एक तरह का कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो अपने शिकार के डाटा को पूरी कंप्यूटर प्रणाली को ही ब्लॉक करके यूजर को इसे उपयोग करने से रोक सकता है. कंप्यूटर की फाइल, डाटा को कब्जे में लेने के बाद उसे नया एक्सटेंशन अकीरा दे देता है. इंटरनेट यूजर्स इस वायरस की चपेट में लगातार आ रहे हैं. उनके डाटा को यह वायरस उन्हीं के कंप्यूटर में एनक्रिप्ट कर देता है. इसके कारण यूजर अपने ही डाटा को ना तो देख पाता और न उसे उपयोग कर पाता है. फिर साइबर ठग उसी डेटा को डी-क्रिप्ट करने के बदले फिरौती के रूप में रुपये ऐंठते हैं. 


ठग कंप्युटर हैक कर मांगते है फिरौती 
इंटरनेट की दुनिया में अकीरा एक नया मैलवेयर वायरस जरूर है. लेकिन तेजी से लोगों के बीच इंटरनेट के जरिए फैल रहा है. सबसे पहले ठग अकीरा वायरस से आपके सिस्टम को हैक कर कंप्युटर के फ़ोल्डर्स/डाटा को एन्क्रिप्ट कर देते है और इसी डाटा को डी-क्रिप्ट करने के लिए बड़ी फिरौती पीड़ित से मांगते है. इससे पहले 2017 में गुरुग्राम में इसी तरह के रेंसवेयर वायरस ने दो कंपनियों के डाटा हैक कर उनसे क्रिप्टोकरन्सी और डॉलर के माध्यम से फिरौती मांगी थी. 


कैसे फैलता है अकीरा वायरस ?
हर वायरस की तरह ही अकीरा भी अज्ञात लिंक्स, मैसेज और ई-मेल के माध्यम से फैल रहा है. अगर आप बिना सोचे समझे अपने फोन या कंप्यूटर पर आए अज्ञात लिंक, मैसेज पर क्लिक करते है तो आपके सिस्टम में भी अकीरा आतंक मचा सकता है. इसी के साथ आपके जरूरी डाटा को भी अपना शिकार बना के हैक कर सकता है. इसके कारण ठग आपसे 


अकीरा से बचने के लिए रखे इन बातों का खयाल 


1. अकीरा वायरस से बचने के लिए अपना जरूरी डेटा का बैकअप जरूर रखे. 


2. कंप्यूटर, लैपटॉप पर हमेशा एक्टिव एंटीवायरस इंस्टाल करके रखें.


3. ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकैशन सॉफ्टवेयर को अपडेट रखे.


4. हमेशा वेरिफाइड साइट्स से ही सीस्टम या एप्लिकैशन को अपडेट करें.


5. सिस्टम का मजबूत पासवर्ड तैयार करें. 


6. किसी भी अज्ञात लिंक या मैसेज पर ध्यान न दे, उन्हें इग्नोर करें.


7. सिस्टम हैक हो जाने पर ठगों के द्वारा फिरौती मांगने पर सहमति ना दे और जल्द से जल्द पुलिस को मामले की जानकारी दे. 


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