शुभम पाण्डेय/लखनऊ: क्राइम ब्रांच की टीम में तैनात आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानपुर के काकादेव थाने में डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि यह केस कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया है. तहरीर देने वाले रेस्टोरेंट संचालक मयंक ने आरोप लगाया था कि आठों औरोपी कर्मियों ने उसे, उसके मामा और दोस्तों को जबरन बंधक बनाया और फिर लखनऊ उठाकर ले आए. आरोप है कि उनकी पिटाई भी की गई है और छोड़ने के नाम पर उनके दो मामा से 40 लाख रुपये वसूले. एफआईआर दर्ज होते ही कानपुर पुलिस में हड़कंप मच गया है.


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दर्ज रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने मयंक के घर डाका डालकर नकदी और जेवरात लूट लिये. जब पुलिस फंसने लगी तो साजिश के तहत सभी पीड़ितों के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में जुआ का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार दिखा दिया गया. 


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इन पुलिसकर्मियों पर हुआ केस
जिन पुलिसकर्मियों पर केस किया गया है, उनके नाम हैं दारोगा रजनीश वर्मा, सिपाही देवकी नंदन, संदीप शर्मा, नरेंद्र बहादुर सिंह, राम निवास शुक्ला, आनंद मणि सिंह, अमित लखेड़ा और रिकू सिंह.


जबरन गाड़ी में बैठाकर लखनऊ लाने का आरोप
मयंक द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, वह कानपुर के शास्त्रीनगर का रहने वाला है और बीबीए की पढ़ाई करता है. इसी के साथ वह एक रेस्टोरेंट भी चलाता है. मयंक का कहना है कि 24 जनवरी 2021 को वह अपने दोस्त आकाश के साथ काकादेव स्थित एक चाय के होटल पर गया था. उसी समय कुछ लोगों ने उसे जबरदस्ती कार में बैठा लिया और कहीं ले गए. मयंक के अनुसार, पुलिसकर्मी उसे लखनऊ की कैंट कोतवाली लेकर आए थे. वहां पर उसके मामा दुर्गा भी मौजूद थे. 


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बंधक बनाने के बाद 40 लाख की डिमांड का आरोप
वहीं, मयंक ने बताया है कि उसे कार में बैठाने वाला शख्स डीसीपी पूर्वी की क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर रजनीश वर्मा था और किसी ने भी उसे या मामा को हिरासत में लेने की वजह भी नहीं बताई. इसके बाद, आरोपियों ने उसके दूसरे मामा को फोन किया और 40 लाख रुपये की मांग की. मयंक के दूसरे मामा विक्रम ने बताया कि वह इतनी बड़ी रकम नहीं दे सकता. इस बात पर उसे कोतवाली में बंधक बना लिया गया.


लूट के बाद फर्जी केस में फंसाने का आरोप
इसके अलावा, मयंक का आरोप है कि मामा दुर्गा को पुलिसकर्मी कल्याणपुर लेकर गए और वहां पर दुर्गा के घर से 30 हजार रुपये और सवा लाख के गहने लूट लिए. इतना ही नहीं, आरोपी पुलिसकर्मियों ने रिश्तेदार अजय सिंह से घर से 40 लाख रुपये की लूट की. इसके बाद, आरोपियों ने उसे गोमतीनगर एक्सटेंशन थाने में एक फर्जी केस में फंसा दिया. 


कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुआ मुकदमा
बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार ने पुलिसकर्मियों की ज्यादती के खिलाफ कोर्ट में अर्जी पेश की थी. कोर्ट से आदेश मिलने के बाद दारोगा रजनीश वर्मा समेत 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.


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