लखनऊ : यूपी की राजधानी लखनऊ में देश का सबसे बड़ा सुपर स्‍पेशियलिटी कमांड हॉस्पिटल बनाने को हरी झंडी मिल गई है. गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्‍यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की बैठक संपन्‍न हुई. इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में कमांड अस्‍पताल बनाने के लिए मंजूरी दे दी. जल्‍द ही अस्‍पताल का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा. उम्‍मीद है कि 4 साल में यह अस्‍पताल बनकर तैयार हो जाएगा. 


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मौजूदा अस्‍पताल में मरीजों का बोझ 
बता दें कि लखनऊ का मौजूदा कमांड अस्‍पताल सशस्‍त्र बलों के सबसे व्‍यस्‍त अस्‍पतालों में से एक है. यह मध्‍य भारत के साथ-साथ नेपाल के 6 राज्‍यों के 3.5 लाख से अधिक कर्मियों को सेवा प्रदान करता है. अस्‍पताल में नियमित आधार पर लगभग 2 हजार से ज्‍यादा मरीज ओपीडी में आते हैं. वहीं, 40 से 50 आपात स्थिति में मरीज आते हैं. अस्‍पताल में हमेशा 80 फीसदी से अधिक बेड मरीजों से भरे होते हैं. 7 राज्यों तक अपने 22 सैन्य स्टेशनों वाले मध्य कमान के वर्तमान अस्पताल को अपग्रेड करने की योजना पिछले 20 साल से लंबित थी. अब इसके निर्माण की सभी बाधाएं दूर कर दी गई हैं. 


500 करोड़ की लागत से बनेगा अस्‍पताल 
मौजूदा कमांड अस्‍पताल में मरीजों के भार को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के लिए एक विशेष परियोजना को मंजूरी दे दी. अब लखनऊ में आधुनिक मल्‍टी स्‍पेशलिटी अस्‍पताल के निर्माण से सशस्‍त्र बलों को सहायता मिलेगी. बताया गया कि यह कमांड अस्‍पताल एक ग्रीन फील्‍ड बहुमंजिला अस्‍पताल होगा. इसमें 780 बेड की सुविधा होगी. संकट के समय 100 बेड बढ़ाए भी जा सकेंगे. 


ये होंगी सुविधाएं 
बेस अस्पताल की 40 एकड़ वाली खाली पड़ी भूमि पर बनने वाले नए सुपर स्पेशियलिटी कमांड अस्पताल की इमारत 17 मंजिला होगी. अस्पताल में 788 जर्नल और 100 इमरजेंसी बेड की व्यवस्था होगी. यहां 6 लाख जवानों को एक साथ उपचार देने का काम किया जाएगा. अस्पताल में कुल 6 अलग-अलग ब्लॉक होने के साथ उन ब्लॉक्स पर 6 हेलीपैड उतरने की सुविधा भी होगी. इनपर एयर एंबुलेंस और अन्य हेलीकॉप्टर की लैंडिंग कराई जा सकेगी. इसके अलावा अस्पताल में 750 कारों की क्षमता वाली पार्किंग बनाई जाएगी. 


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