Delhi-Meerut Expressway: मेरठ से दिल्ली जाने वालों को चुकाने पड़ सकते हैं इतने रुपये टोल टैक्स
यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस-वे है, जहां ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (NPR) के जरिए फास्टैग से टोल की कटौती की जाएगी.
Delhi Meerut Expressway Toll: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली की 8 दिसंबर से शुरुआत होनी जा रही है. एक्सप्रेस-वे पर टोल वसूली को परिवहन मंत्रालय (ministry of road and transport) से मंजूरी मिल गई है. दो दिन के अंदर उपकरण लगाकर इसका ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा, जिसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
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यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस-वे है, जहां ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर (NPR) के जरिए फास्टैग से टोल की कटौती की जाएगी. जल्द ही टोल रेट और अन्य नियमों की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार टोल वसूली के लिए गुरुवार को चयनित कंपनी पाथ लिमिटेड के अधिकारी साथ ही एनएचएआइ के अधिकारी टोल प्लाजा पहुंचे थे. उन्होंने वहां कुछ टूल्स हैंडओवर कर दिए हैं और कुछ टूल्स अभी लगाने बाकी है.
इस तरह होगी कटौती
बता दें, टोल वसूली एएनपीआर की मदद से की जाएगी. यह उपकरण एंट्री और एक्जीट (Entry and Exit) के जगहों की दूरी बताएगा, जिससे सभी गाड़ियो की पूरी डिटेल्स सामने आ जाएगी, और इसी के आधार पर फास्टैग से शुल्क काटा जाएगा. इस प्रोसेस से वाहन चालक फास्टैग लगाने के मामले में चोरी भी नहीं कर पाएंगे. एएनपीआर की मदद से 180 किमी.प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाले वाहन की भी नबंर प्लेट आसानी से पढ़ी जा सकेगी. फास्टैग रीडर ठीक से टैग को स्कैन करे, इसलिए टोल प्लाजा से लेकर सभी एंट्री और एग्जिट बूथों पर स्पीड ब्रेकर लगाए गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सराय काले खां से मेरठ तक कार के लिए 140 रुपये देने होंगे. वहीं, इंदिरापुरम से 95 रुपये, डासना से मेरठ तक 60 रुपये और डूडाहेड़ा से 75 रुपये का टोल चुकाना पड़ सकता है. साथ ही दूसरी बड़े वाहनों के लिए इससे अधिक टोल हो सकती है. हालांकि, अभी टोल की दरें निर्धारित नहीं की गई हैं, अभी इनमें संशोधन हो सकता है.
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