वाराणसी: काशी-तमिल महासंगम की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. पहली बार हो रहे इस आयोजन की तैयारियों पर खुद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान नजर बनाए हुए हैं. शुक्रवार को वह वाराणसी पहुंचे. इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तमिल के राष्ट्रकवि सुब्रह्मण्यम भारती के भांजे प्रो. केवी कृष्णन और उनके परिजनों से भेंट की. हनुमान घाट स्थित तमिल के राष्ट्रकवि के भांजे और बीएचयू से सेवानिवृत्त प्रो. केवी कृष्णन के घर के बाहर जब मंत्री का काफिला रुका तो स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई. मुलाकात के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने प्रो. केवी कृष्णन की कुशलक्षेम पूछी और उनसे आशीर्वाद लिया. केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने यहां कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होने वाला 'काशी-तमिल समागम" अद्भुत और ऐतिहासिक होगा. 


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पीएम करेंगे उद्घाटन
शनिवार को पीएम मोदी महासंगम का उद्घाटन करेंगे. धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि श्री के वी कृष्णन जी के बच्चे और पौत्र आज महाकवि भारती की विरासत को आगे ले जा रहे हैं. जयंती जी, हेमा जी, रवी जी और संतोष से मिलकर प्रसन्नता भी हुई और गर्व भी हुआ. महाकवि भारती जी का जीवन, विचार और लेखन हमारी आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा. 


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प्रधान ने कहा कि महान तमिल साहित्यकारों में से एक, महाकवि भारती का काशी हनुमान घाट स्थित घर ज्ञान का केंद्र और पावन तीर्थ है. सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण पर सुब्रमण्यम भारती की रचनाएं आज भी प्रासंगिक हैं. काशी में ही भारती जी का झुकाव अध्यात्म और राष्ट्रवाद से हुआ और वह इस ओर जीवन पर्यंत समर्पित रहे.



इससे पहले केंद्रीय शिक्षा, कौशल तथा उद्यमिता मंत्री हनुमान घाट पहुंचे जहां उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन द्वारा स्थापित सुब्रमण्यम भारती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और इसके बाद महाकवि के 100 साल पुराने घर में उनके परिजनों से मुलाकात की.