अपराध से तौबा: साहब! आम आदमी की तरह जिंदगी जीना चाहता हूं, हाथ में तख्ती लेकर पहुंचा SP ऑफिस
अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर है कि वह खुद थाने पहुंचकर सरेंडर कर रहे हैं. बुधवार सुबह लगभग दर्जनभर मुकदमों का आरोपी हाथ में तख्ती पकड़ कर एसपी ऑफिस पहुंचा और अपराध ना करने की कसम खाई.
अरुण सिंह/फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर नकेल कसने का सिलसिला जारी है. योगी सरकार में प्रदेश के कई बड़े माफिया को जेल में पहुंचा दिया है. अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर है कि वह खुद थाने पहुंचकर सरेंडर कर रहे हैं. बुधवार सुबह लगभग दर्जनभर मुकदमों का आरोपी हाथ में तख्ती पकड़ कर एसपी ऑफिस पहुंचा और अपराध ना करने की कसम खाई तथा पुलिस प्रताड़ना से बचाने की गुहार लगाई. इस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने उसे न्याय का भरोसा दिया.
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अंगूरी बाग निवासी हिमांशु पाल की जब उम्र खिलौनों से खेलने की उम्र थी. तब वह गैंगस्टर लकी पाल के साथ जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बनने के सपने साकार कर रहा था. लेकिन कुछ सालों में ही जुर्म की दुनिया की काली सच्चाई जब सामने आई तब उसके होश रह गए. अब सामान्य नागरिक की तरह जिंदगी जीने के लिए वह पुलिस के आला अधिकारियों से गुहार लगाने को मजबूर है.
जानकारी के अनुसार हिमांशु पाल पर 18 साल की उम्र होने तक 8 मुकदमे दर्ज हो गए थे. साथ ही सीजेएम कोर्ट में भी एक मुकदमा है. बुधवार एसपी ऑफिस पहुंचे हिमांशु पाल ने कहा कि वह आपराधिक गतिविधियो से दूर हो गया है. अब आम नागरिक की तरह जीवन यापन करना चाहता है. साथ ही उसने कहा कि वह इसके लिए शपथ पत्र भी दे रहा है कि किसी प्रकार के आपराधिक कार्य को अपने जीवन में कभी सम्मिलित नहीं होने देगा, जो मुकदमे न्यायालय में चल रहे हैं उनका ट्रायल पूर्ण करेगा.
मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह ने बताया कि युवक पर 10 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनका आपराधिक इतिहास रहता है, उनपर पुलिस निगरानी रखने के साथ पूछताछ भी करते रहती है. लेकिन अनावश्यक रूप से प्रताड़ित किसी को नहीं करती है . अगर बेवजह परेशान करने का ऐसा कुछ मामला है तो उसे नहीं होने दिया जाएगा.