अरुण सिंह/फर्रुखाबाद : जनपद के एसपी कार्यालय में एक हिस्ट्रीशीटर अजब-गजब तरीके से आत्मसमर्पण करने पहुंचा. उसके हाथ में एक तख्ती थी, जिसपर लिखा था, ‘साहब मैं बेकसूर हूं, आम नागरिक की तरह जिंदगी जीना चाहता हूं’. हिस्ट्रीशीटर का नाम शहर के 10 शीर्ष बदमाशों की सूची में शामिल है. हिस्ट्रीशीटर की मां का कहना है कि उसके बेटे ने मंदिर में सुधरने की सौगंध खाई है. 


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मां के साथ एसपी दफ्तर पहुंचा
दरअसल, मोहल्ला अंगूरी बाग निवासी आदित्य कुमार राजपूत उर्फ बादल के खिलाफ शहर कोतवाली, मऊदरवाजा और राजेपुर थाने में करीब 8 से 9 संगीन मुकदमे दर्ज हैं. इतना ही नहीं वह कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर भी है. मंगलवार को वह अपनी मां के साथ एसपी दफ्तर पहुंचा. यहां एसपी अशोक कुमार मीणा ने सुधरने का मौका देने की मांग की.  


शांतिपूर्ण तरीके से मां के साथ रहना चाहता है हिस्ट्रीशीटर
आदित्य ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित शपथ भी दिया. इसमें उसने कहा है कि उसके खिलाफ कोतवाली में 4, मऊदरवाजा थाने में 3 और राजेपुर थाने में 2 मुकदमे दर्ज हैं. सभी मुकदमों में न्यायालय से उसे जमानत मिली है. वह शांतिपूर्वक रहना चाहता है कोई अपराध नहीं करेगा. पुलिस का सहयोग करेगा. पुलिस द्वारा उसे किसी तरह से परेशान न किया जाए. 


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एसपी ने दिया आश्वासन
मामले पर एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि एक हिस्ट्रीशीटर अपनी मां के साथ अपराध छोड़ने की बात कहकर हलफनामा देने आया था. अगर वह अपराध मुक्त जीवन जीना चाहता है तो पुलिस पूरा सहयोग करेगी. वहीं, आदित्‍य की मां लौंगश्री का कहना है कि पुत्र ने महाकाल मंदिर में उन्हें वचन दिया है कि वह आपराधिक गतिविधियों से दूर रहेगा. 


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