फिरोजाबाद : फिरोजाबाद में तीन साल की एक मासूम बच्‍ची ने मौत को भी मात दे दी है. तीन दिन पहले एक सूखे कुएं में गिरी मासूम को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. बच्‍ची का ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है. अपनी लाडली को सलामत देख परिजन खुश हैं.  


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दरअसल, फिरोजाबाद के नगला सिंघी थाना क्षेत्र के बांसदानी गांव निवासी देवेंद्र सिंह को कम सुनाई देता है. दीपावली से एक दिन पहले यानी 23 अक्‍टूबर की रात देवेंद्र किसी काम से बाहर निकले. पिता को साइकिल से बाहर जाता देख तीन साल की उनकी बेटी प्रेमलता भी उनके पीछे चल पड़ी. इसी बीच प्रेमलता घर से कुछ दूर स्थित सूखे कुएं में जा गिरी. देवेंद्र को कम सुनाई देने की वजह से प्रेमलता के गिरने की आवाज सुनाई नहीं दी. उधर कुछ ही देर बाद देवेंद्र की पत्‍नी प्रेमलता की तलाश शुरू कर दी. 


खेतों में तलाशी अभियान चलाया 
काफी देर तलाश करने के बाद जब प्रेमलता का पता नहीं चला तो उसके चाचा महेंद्र सिंह ने नगला सिंघी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों ने आसपास के खेतों में तलाशी अभियान चलाया. इसी बीच कुछ लोगों ने गांव में ही एक नाले में गिरने का शक जताया. इस पर नाले का पानी भी निकाला गया लेकिन प्रेमलता का कुछ पता नहीं चला. 


तीन दिन बाद रेस्‍क्‍यू कर बाहर निकाला गया 
तलाश करते-करते जब परिजन कुएं के पास पहुंचे तो उन्‍हें अहसास हुआ कि बच्‍ची कुएं में गिर गई है. इसके बाद रेस्क्‍यू कर प्रेमलता को कुएं से बाहर निकाला गया. बताया गया कि तीन दिन तक कुएं में भूखी-प्‍यासी पड़ी रही. प्रेमलता को बाहर निकाला टूण्‍डला के सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र ले जाया गया, जहां उसे ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया. बहरहाल प्रेमलता का अभी ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है.    


घटना को कुदरत का करिश्‍मा बता रहे लोग
प्रेमलता को सुरक्षित बाहर देख लोग इस बात को कुदरत का करिश्मा बता रहे हैं. बेटी के लापता हो जाने से जहां परिजन दिवाली का त्‍योहार नहीं मना सके थे अब अपनी लाडली को देख  काफी खुश हैं.