प्रमोद कुमार गौड़/ कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ है. यहां अचानक तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 5 लोगो की मौत हो गई. इन हादसों में एक गंभीर रूप से घायल है. बता दें कि कुशीनगर में पहला मामला नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के पचफेडा गांव का है. यहां खेत गई सुभावती देवी 50 वर्षीय,हसिबुन निशा 48 वर्ष,मंजू देवी 50 वर्ष की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई.  


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दूसरी घटना
दूसरा हादसा कप्तानगंज के विशुनपुरा गांव में हुआ. यहां छत पर बारिश में खेल रहे 5 वर्षीय एक बच्चे के ऊपर आकाशीय बिजली गिर गई. इस वजह से बच्चे की मौत हो गई.


तीसरी घटना


तीसरी घटना तरयासुजान थाना क्षेत्र के बांक खास की जब घर वापस आ रहे दो व्यक्तियों पर आकाशी बिजली गिर गई जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई और एक व्यक्ति जख्मी हो गया. सीएम ने तीनों ही हादसों में जान गंवाने वालों के प्रति शोक जताया है. उन्होंने सभी मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये राहत राशि देने का निर्देश दिया है.



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घटना की सूचना के बाद डीएम कुशीनगर उमेश मिश्रा कप्तानगंज सीएचसी पहुंच कर मृतक के परिजनों को आर्थिक मदद देने की बात कही. कुशीनगर में पांच मौतों के बाद प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वह बरसात में बाहर निकलने बचें. बिजली गिरना एक प्राकृतिक आपदा है. इस पर भले ही रोक नहीं लगाई जा सकती है लेकिन जागरुकता से बचाव किया जा सकता है. बरसात के दिनों में लोगों को कम से कम घर से बाहर निकलना चाहिए. इसी तरह सरकार को चाहिए कि पूर्व चेतावनी प्रणाली का विकास करे. जिससे लोगों को पहले ही आपदाओं के अलर्ट की सूचना मिल जाए. बाढ़ एवं चक्रवात जैसी आपदाओं में अर्ली वॉर्निंग सिस्टम काफी अच्छा काम करता है. जरूरत है बिजली गिरने की घटनाओं के असर को भी तकनीक के जरिए कम किया जाए.


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