सारस के बाद अब आरिफ पर आई आफत, यूपी के वन विभाग ने उठाया कठोर कदम
Arif Saras Ki Dosti : आरिफ और सारस की दोस्ती के चर्चे सोशल मीडिया पर भी हो रहे हैं. करीब 7 महीने की दोस्ती के बाद पिछले दिनों वन विभाग की टीम सारस को अपने साथ ले गई थी. अब वन विभाग की टीम ने आरिफ को मुश्किलों में डाल दिया है.
अमेठी : अमेठी में सारस के दोस्त आरिफ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रभागीय वन अधिकारी ने आरिफ को नोटिस जारी किया है. इसमें वन विभाग के दफ्तर पहुंचकर बयान दर्ज कराने को कहा गया है.
2 अप्रैल तक दर्ज कराना है बयान
दरअसल, वन विभाग की ओर से जामो ब्लॉक के मंडका गांव के रहने वाले मोहम्मद आरिफ को एक नोटिस भेजा गया है. इसमें वन विभाग ने 2 अप्रैल को विभाग के दफ्तर आकर बयान दर्ज कराने को कहा है. बता दें कि आरिफ को यह नोटिस वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत भेजा गया है.
सोशल मीडिया पर खूब हो रही चर्चा
आरिफ और सारस की दोस्ती के चर्चे सोशल मीडिया पर भी हो रहे हैं. करीब 7 महीने की दोस्ती के बाद पिछले दिनों वन विभाग की टीम सारस को अपने साथ ले गई थी. वन विभाग की टीम ने दोनों को अलग करते हुए सारस को रायबरेली के सलोन स्थित समसपुर पक्षी विहार में छोड़ दिया था.
क्यों किया दोनों को अलग
इसके बाद सारस अगले दिन शाम को ही गायब हो गया. सारस गायब होने की खबर से अफसरों में हडकंप मच गया. वहीं, वन विभाग के कर्मचारी सारस को ढूंढने में लग गए. वन विभाग की टीम ने आरिफ के घर से सारस को समसपुर पक्षी विहार पहुंचाया था. ऐसा करने के पीछे ये वजह बताई गई थी कि सारस राज्य पक्षी है और उसे इस तरह कोई भी अपने पास नहीं रख सकता.
अखिलेश यादव भी पहुंचे थे दोस्ती देखने
सारस और आरिफ की दोस्ती देखने दूर-दूर से लोग आ रहे थे और कुछ दिन पहले तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आरिफ के घर पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने भी आरिफ और सारस को अलग करने पर नाराजगी जताई है. अखिलेश यादव इसके बाद सरकार पर निशाना भी साधा था.
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