नड्डा के बाद पीएम मोदी से उत्तराखंड के पूर्व सीएम की मुलाकात, भर्ती घोटालों के बीच कयासों का बाजार गर्म
मौसम में भले ही ठंड ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. लेकिन उत्तराखंड की राजनीति में सियासी गरमाहट काफी महसूस की जा रही है. एक तरफ जहां प्रदेश में भर्ती घोटालों को लेकर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है वहीं पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) के दिल्ली दौरे ने कयासों को बल दे दिया है.
अब्दुल्ल जब्बार/ देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की. उनकी इस मुलाकात के साथ राज्य की राजनीति के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. पीएम से मुलाकात पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्विवटर पर लिखा कि करोड़ों देशवासियों और कार्यकर्ताओं के लाड़ले, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, देश के यशस्वी प्रधानसेवक आदरणीय नरेंद्र मोदी से आज नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट हुई. इस दौरान उनका आत्मीय मार्गदर्शन प्राप्त हुआ. आपसे मिलकर सदैव नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे लिखा कि इस दौरान हिमालयी राज्यों के विकास, पर्यावरण संरक्षण, रोजगार संबंधी मुद्दों पर अहम चर्चा हुई. आत्मीय मार्गदर्शन करने के लिए हार्दिक धन्यवाद आदरणीय प्रधानमंत्री जी.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी कर चुके हैं मुलाकात
पीएम से मुलाकात से ठीक एक दिन पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) से भी मुलाकात कर चुके हैं. दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा किए जाने की बात सामने आई है. बताया जा रहा है कि रावत ने दिल्ली में राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी समेत कई अन्य नेताओं से भी मुलाकात की है. इस दौरान प्रदेश के सियासी हालात पर उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को फीडबैक दिया है.
भर्ती घोटालों पर दिया फीडबैक
प्रधानमंत्री और पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुलाकात को राजनीतिक रूप से इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि इस समय प्रदेश में भर्ती घोटाले का जिन्न सरकार को घेर रहा है. इस मुद्दे पर त्रिवेंद्र सिंह रावत साफगोई से बात करते रहे हैं. उत्तराखंड में उत्तराखंड राज्य अधीनस्थ सेवा पेपर लीक (UKSSSC Paper Leak) और विधानसभा भर्ती घोटाले (Assembly Recruitment Scam) को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तलवार खिंची हुई है. यानी भले ही मौसम में गुलाबी ठंड घुलने लगी है लेकिन प्रदेश की सियासत में अभी गरमाहट बनी रहेगी.