Nepal Plane Crash: नेपाल विमान हादसे में मारे गए गाजीपुर के यात्रियों के परिजनों को अब तक पार्थिव शरीर नहीं मिला, प्रशासन से मदद न मिलने का आरोप
नेपाल में विमान हादसे में गाजीपुर के चार युवकों की मौत के बाद मृतकों के शव लाने के परिजन हुए रवाना. परिजनों का कहना है की प्रशासन ने नहीं की मदद.
अमित त्रिपाठी/महाराजगंज: नेपाल के पोखरा में रविवार को हुए विमान हादसे में 72 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. इस हादसे में विमान पर सवार 5 भारतीय नागरिकों की भी मौत हो गई थी. इसमें उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के चार युवक भी शामिल हैं. वहीं मृतक युवकों के परिजन शव लेने के लिए आज महराजगंज जनपद के सोनौली सीमा के रास्ते नेपाल के पोखरा रवाना हुए हैं.
आपको बता दें यति एयरलाइंस का AT-72 विमान नेपाल के काठमांड़ू से पोखरा जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान में 68 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे. इस विमान में 53 नेपाली, 5 भारतीय, 4 रूसी, 1 आयरिश, 2 कोरियाई, 1 अर्जेंटीना और 1 फ्रांसीसी नागरिक सवार थे. मिला जानकारी के मुताबिक लैंड़िग से कुछ समय पहले विमान में आग लग गई थी. इसके बाद विमान पोखरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान दुर्घटना में विमान में सवार सभी यात्रियों और क्रू मेंबर्स के मारे जाने की खबर आई है.
जी न्यूज से सोनौली सीमा पर पहुंचे विमान हादसे में मृतक युवकों के परिजनों से बात की. उनका कहना था कि इस घटना के बाद प्रशासन और सरकार द्वारा किसी भी तरह का सहयोग नहीं किया गया है. वह लोग अकेले ही शवों को लेने के लिए पोखरा जा रहे हैं. जबकि पूर्व में प्रशासन द्वारा कहा गया था कि नेपाल से भारत शवों को लाने के लिए उनका पूरा सहयोग किया जाएगा. विमान दुर्घटना में मृतक युवको के परिजनों की मांग है कि उनके साथ कोई सक्षम अधिकारी पोखरा जाए और उनकी मदद करे.
वहीं अन्य परिजनों का कहना था कि सरकार उनकी आर्थिक मदद करे. उनके परिवार में कमाने वाला सिर्फ वही एक व्यक्ति था जिसका विमान हादसे में निधन हो गया है. इस कारण पूरे परिवार पर आर्थिक संकट भी आ गया है. जब से विमान हादसे में युवकों की मौत की खबर आई है तब से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है.
एसडीएम ने दी जानकारी
नौतनवा के एसडीएम ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों के परिजनों को नेपाल प्रशासन की मदद से पोखरा भेजा जा रहा है. इस संबंध में नेपाल प्रशासन से बात कर ली गई है.