गाजियाबाद नगर निगम ने दिल्ली मेट्रो को भेजा 54 करोड़ रुपये का नोटिस, जानिए क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद नगर निगम और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के बीच सर्विस चार्च का मुद्दा गहराता जा रहा है. आखिरकार निगम को नोटिस भेजना पड़ा है.
गाजियाबाद : गाजियाबाद नगर निगम ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉपरेशन को करोड़ों के बकाए को जल्द चुकाने के लिए नोटिस भेजा है. डीएमआरसी पर नगर निगम का करोडों रुपये का सर्विस चार्ज बकाया है. सर्विस चार्ज की करोडों रुपये की बकाया यह राशि 54 करोड़ रुपये से ज्यादा की है. गाजियाबाद नगर निगम ने इस बकाया सर्विस चार्ज को जमा कराने के लिए डीएमआरसी को दोबारा नोटिस भेजा है.
इन पूरे मामले में नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी संजीव ने बताया कि डीएमआरसी के गाजियाबाद नगर निगम सीमा में मेट्रो के कुल 11 मेट्रो स्टेशन आते हैं. 2011 में कौशाम्बी और वैशाली मेट्रो स्टेशन बनाया गया था और फिर उसके बाद 2019 में शहीद स्थल मेट्रो स्टेशन ,हिंडन रिवर मेट्रो स्टेशन , अर्थला, मोहननगर,श्यामपार्क , राजेन्द्र नगर , राजबाग, शहीदनगर मेट्रो बनकर तैयार हो चुके थे. केंद्र सरकार के निर्देशन में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार शासनादेश जारी किया गया है कि जो केंद्र सरकार की संपत्तियां होंगी, नगर निगम क्षेत्र में होगी उनसे निगम सर्विस चार्ज लेगा. नगर निगम द्वारा पहले डीएमआरसी को नोटिस दिया गया था कि डीएमआरसी अपना क्षेत्रफल बताये की कितना कवर्ड,ओपन,प्लाट एरिया हैं उसकी जानकारी, निगम को दे.
डीएमआरसी द्वारा उन्हें यह जानकारी मुहैया करायी गई थी. उसी के अनुसार सर्विस चार्ज का कैलकुलेशन करके डीएमआरसी को भेजा गया था. पिछले वित्त वर्ष में नोटिस भेजा गया था और इस वर्ष भी सर्विस चार्ज बकाए राशि को जमा कराने के लिए नोटिस भेजा गया है. मुख्य कर निर्धारण अधिकारी संजीव सिन्हा ने यह भी बताया कि डीएमआरसी अधिकारियों के साथ उनकी इसको लेकर मीटिंग भी हो चुकी है. इसमें डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना था कि उनका जो अनुबंध राज्य सरकार के साथ हुआ है, उसमें किसी तरीके का टैक्स से उन्हें छूट दी गई है जिसके बाद नगर निगम ने उन्हें जानकारी दी कि है टैक्स नहीं है बल्कि सर्विस चार्ज का बकाया है. इसको डीएमआरसी को जल्द चुका देना चाहिए जिसके लिए गाजियाबाद नगर निगम लगातार प्रयासरत हैं, ताकि मिलने वाली सर्विस चार्ज की बड़ी रकम से गाजियाबाद नगर निगम शहर का विकास करा सके.
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