Shrikant Tyagi Case: गाजियाबाद में त्यागी समाज के लोगों का भड़का गुस्सा, सीएम योगी से लगाई गुहार
Shrikant Tyagi issue : गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी को लेकर प्रदेश ही नहीं देश की सियासत में उबाल देखने को मिल रहा है. इस पूरे मामले में त्यागी समाज का कहना है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो लेकिन समाज को बदनाम करने की कोशिश न हो. त्यागी समाज के लोगों ने इस मुद्दे पर राजनीति का आरोप लगाया है.
पीयूष गौड़/गाजियाबाद: गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) का मुद्दा देशभर में सूर्खियों में है. इस मुद्दे पर राजनीति भी गरम है. पुलिस ने श्रीकांत त्यागी के घर पर बुलडोजर भी चलाया है. इससे पहले श्रीकांत त्यागी ने नोएडा में एक महिला से कैमरे के सामने ही अभद्रता की थी. इसके बाद से पुलिस एवं प्रशासनिक अमले ने लगातार उस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया. इस पूरे मामले में तूल पकड़ने के बाद त्यागी समाज के भीतर खासा रोष व्याप्त है. त्यागी समाज का कहना कि अगर श्रीकांत त्यागी ने कोई गलती की है तो कानूनी रूप से उसके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए ना कि उसे एक गैंगस्टर की तरह दुनिया के सामने पेश किया जाना चाहिए.
महापंचायत से पुलिस ने रोका
श्रीकांत त्यागी के समर्थन में 8 जुलाई को त्यागी समाज के सैकड़ों लोग लोग सड़कों पर उतर आए. ये लोग पहले गाजियाबाद के गोविंदपुरम इलाके स्थित प्रीतम फॉर्म हाउस में महापंचायत करने वाले थे, लेकिन वहां पुलिस ने इन्हें रोक दिया. इसके बाद त्यागी समाज के लोग गाजियाबाद एसएसपी के आवास पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा. उनका साफ तौर पर कहना यही था कि इस मुद्दे पर कुछ नेता सियासी रोटी सेंकने का प्रयास कर रहे हैं.
ज्ञापन सौंपने वालों ने कहा ''समाज की न हो बदनामी''
ज्ञापन सौंपने आए लोगों का कहना था कि श्रीकांत त्यागी को जरूरत से ज्यादा बुरा बताने की कोशिश की जा रही है. उनका कहना था कि इस मुद्दे के जरिए पूरे त्यागी समाज को बदनाम किया जा रहा है. लोगों का कहना था कि यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे में त्यागी समाज और भी ज्यादा उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर होगा. एसएसपी गाजियाबाद (Ghaziabad) मुनिराज के मुताबिक अखिल भारतीय त्यागी ब्राह्मण सभा की ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. उनका कहना था कि समाज की बदनामी न की जाए. दोषी पर कानूनी तौर पर कार्रवाई की जाएगी.
एसएसपी का कहना है कि वह शासन स्तर पर नियमों के मुताबिक कार्रवाई के लिए आगे भेजेंगे. आरोप है कि श्रीकांत त्यागी खुद को बीजेपी नेता बताता था. महिला के साथ अभद्रता का मामला सामने आने के फौरन बाद ही बीजेपी साफ कर चुकी है कि श्रीकांत त्यागी का पार्टी से कोई संबंध नहीं है. बताया जाता है कि गालीबाज नेता ने तीन साल पहले गांव भंगेल छोड़ दिया था. इसके बाद से ही वह सेक्टर 94 में रहने लगा था.