ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश में भूमाफियाओं पर नकेल कसने की कार्रवाई जोरो से की जा रही है. प्रदेश के अनेक माफियाओं और भूमाफियाओं को कानून के पंजे में जकड़ने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. ऐसे ही ग्रेटर नोएडा  में यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Development Authority) की सीईओ मोनिका रानी ( Monika rani) ने भूमाफियाओं पर शिकंजा कसा है. आपको बता दने कि ग्रेटर नोएडा में फर्जी तरीके से जमीन बेचने के मामले में लेखपाल और अधिवक्ता सहित 6 अन्य लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. 


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किसी की जमीन किसी को बेचीं 
यमुना विकास प्राधिकरण की सीईओ मोनिका रानी  ने इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि ग्रेटर नोएडा में जाली तरीके से किसी की जमीन खुद की बताकर यमुना विकास प्राधिकरण के आपसी समझोते के आधार पर पहले तो बैनामा कराया गया और बाद में बेचकर करीब चार करोड़ रुपये का लाभ लेने की कोशिश की गई. रौशनी में आने के बाद सभी दस्तावेज जाली पाए गए, जिसके बाद  सीईओ मोनिका रानी ने लेखपाल समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. 


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यह था मामला
ग्रेटर नोएडा में  ओमवती पत्नी स्वराज निवासी के स्थान पर फर्जी तरीके से उक्त भूमि को यमुना औद्योगिक प्राधिकरण के पक्ष में आपसी समझौते के आधार पर बैनामा किया गया. इसके बाद जमीन को खरीद और बेचने के ललक में पत्रावली दिखाकर करीब चार करोड़ रुपये की राशि कब्जाने की कोशिश की गई. 


जांच के बाद सच्चाई आई सामने 
यमुना विकास प्राधिकरण की सीईओ की जानकारी के अनुसार इस मामले की गंभीरता से जांच करवाई गई तो सारा सच सामने आ गया. जाँच में पता चला कि जेवर तहसील के लेखपाल, अधिवक्ता, बैंक कर्मचारियों ने मिलकर इस मामले में धोखाधड़ी की है, जिसके बाद इन सभी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.


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