ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एमडी सस्पेंड, मंत्री ने दिए गंभीर आरोपों की जांच के आदेश
Greater Noida Development Authority 2022 : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के प्रबंधक दिगंबर सिंह पर गाज गिरी है. उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं.
GREATER NOIDA : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (Greater Noida Development Authority) में अनियमितताओं की शिकायतों पर यूपी सरकार ने कठोर कार्रवाई की है. राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने इन आरोपों को लेकर कड़ी कार्रवाई की है. नंदी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रबंधक दिगंबर सिंह को निलंबित कर दिया है.ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के प्रबंधक दिगंबर सिंह पर लगे गंभीर आरोपों की जांच सीईओ रितु माहेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari) को सौंपी गई है. प्रबंधक दिगंबर सिंह के अनियमितता बरतते हुए अनुमोदन के बगैर 17 किसानों को आरक्षण - आवंटन प्रत्र जारी किया था और इसी आरोप में कार्रवाई हुई है.
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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रबंधक दिगंबर सिंह को भूमि आवंटन में कथित अनियमितता के आरोप में निलंबित कर विभागीय जांच की सिफारिश की गई है.बयान के अनुसार, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ऋतु माहेश्वरी कथित अनियमितता में सिंह की जांच करेंगी. उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी संविदा पर तैनात रहे दो प्रबंधकों को बर्खास्त किया गया था. उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने यह जानकारी दी.
प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत भूमि के मामले में किसानों को आबादी विस्तार भूखंड के आवंटन के लिए किसानों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक समिति बनी है. इस कमेटी ने 25 जुलाई 2022 को हुई बैठक में 26 में से केवल छह मामलों को सही पाया गया. बाकी पर अगली बैठक पर विचार करने का फैसला किया. दिगंबर ने अनुमोदित छह मामलो में से चार में आवंटन पत्र जारी करने के साथ 17 अन्य किसानों को भी 28 जुलाई से एक अगस्त के बीच आरक्षण आवंटन पत्र जारी कर दिया जबकि इनके मामलों की मंजूरी समिति ने नहीं दी थी.
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर गंभीर शिकायतें सामने आती रही हैं. कई स्तरों पर भूमि आवंटन को लेकर ऑडिट की मांग भी उठती रही है. हालांकि पहली बार इतने बड़े स्तर पर कदम उठाया गया है.