हरिद्वार के इन दो बड़े मंदिरों में ड्रेस कोड, छोटे कपड़े पहनकर आने पर रहेगी रोक, अखाड़ा परिषद प्रमुख का ऐलान
Haridwar News : पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने इसको लेकर एक आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा की अखाड़े में लड़कियों को छोटे कपड़े में आना प्रतिबंधित कर दिया गया है.
करण खुराना / हरिद्वार : दक्ष मंदिर और नीलकंठ महादेव मंदिर में लड़कियों के छोटे कपड़े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गाय है. पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने इसको लेकर एक आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने कहा की अखाड़े में लड़कियों को छोटे कपड़े में आना प्रतिबंधित कर दिया गया है.
पुरानी सभ्यता का हो रहा अनुसरण
महंत रविंद्र पुरी ने कहा की दक्षिण भारत के बहुत से मंदिरों में यह प्राचीन व्यवस्था है. उसी व्यवस्था का अनुसरण करते हुए हमने यहां भी यही आदेश जारी किया है कि मंदिरों में महिलाएं और बालिकाएं सभ्य परिधान में आएं. छोटे कपड़े पहनकर आने पर मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. मंदिर की सुरक्षा में तैनात लोगों को इसका पालन कराना होगा.
ऐसे कपड़े पहनकर आएं जिसमें 80 फीसदी शरीर ढका हो
रविंद्र पुरी ने कहा कि महिला और बालिकाओं को ऐसे कपड़े पहनकर आना चाहिए, जिसमें कम से कम 80 फीसदी शरीर ढका हुआ रहे. रविंद्र पुरी ने कहा कि आने वाले कांवड़ मेला में किसी तरह का कोई विवाद न हो या आने वाले श्रद्धालु में किसी तरह की कोई गलत विचार न आए इसलिए इस तरह का आदेश जारी किया गया है.
मंदिर जाते समय सभ्यता से परिपूर्ण कपड़े पहनें
रविंद्र पुरी ने कहा कि मीडिया आज के युग में महत्वपूर्ण बिंदु हैं. इसलिए यह एक अपील भी है कि माताएं अपनी बहनों और बेटियों को यह सिखाएं कि वे मंदिर जाते वक्त जो भी कपड़े पहने वह सभ्यता से परिपूर्ण हो. वहीं, मंदिर आने वाले भक्तों का कहना है कि हिन्दू संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह नियम बहुत अच्छा है और इसे स्वीकार्य किया जाएगा. ऐसे नियम से लोगों को सीख मिलेगी और लोग समझेंगे कि भारतीय सभ्यता कितनी महत्वपूर्ण हैं.
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