Heatwave in March 2023 : दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान (UP Weather Report) जैसे उत्तर भारत के राज्यों में गर्मी फरवरी (Early Summer) में ही विकराल रूप लेने लगी है. राजस्थान और उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस को छूने लगा हैं. ऐसे में मार्च के महीने में ही लू पड़ने का खतरा मंडरा रहा है. उत्तर भारत और खासकर उत्तर प्रदेश में फरवरी महीने में ही प्रचंड गर्मी के जो हालात बनने लगे हैं, वो अच्छे संकेत नहीं हैं. दिल्ली में तो 20 फरवरी की गर्मी ने पिछले 54 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है.


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यूपी के बड़े शहरों में पारा चढ़ा
उत्तर प्रदेश के आगरा, कानपुर, मथुरा (Agra Kanpur Mathra) कई शहरों में अधिकतम तापमान 33-34 डिग्री सेल्सियस (Maximum Temperature) तक पहुंच गया. फरवरी के आने वाले दिनों में भी बारिश के कोई आसार नहीं होते देख तापमान 40 डिग्री तक भी पहुंच सकता है. नोएडा गाजियाबाद के साथ दिल्ली में भी अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. मौसम विभाग की मानें तो उत्तर प्रदेश के आगरा, बरेली, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, नोएडा, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद, पीलीभीत, बांदा, बहराइच समेत सभी 75 जिलों में 24 फरवरी तक गर्मी के और प्रचंड रूप धारण करने का अनुमान है.न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) का दायरा भी लगातार बढ़ने से गर्मी ज्यादा महसूस हो रही है. 


वरिष्ठ वैज्ञानिक आर जेनामणि ने जी यूपी उत्तराखंड से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि फरवरी में ड्राई स्पेल देखा जा रहा है, यानी बरसात न के बराबर हुई है, जो पिछले सालों से उलट है. इस कारण तापमान तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने मार्च में भी तापमान बढ़ने की संभावनाओं को भी बारिश से जोड़ा और संकेत दिया कि अगर अगले महीने भी बरसात नहीं होती है तो तापमान में और वृद्धि देखी जा सकती है.



होली के पहले तापमान में इतना उछाल असामान्य माना जा रहा है. ऐसे में मार्च में ही लू की चेतावनी को लेकर पूरा जोर उत्तर भारत, उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में बारिश के आसार से जुड़ गया है. 


राजस्थान समेत कई इलाकों में लू कीचेतावनी
गुजरात, कर्नाटक औऱ राजस्थान के कुछ इलाकों के लिए पहले ही हीटवेट की चेतावनी जारी की जा चुकी है. मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र के कोंकण और गोवा में कई इलाकों में तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. सौराष्ट्र औऱ कच्छ में कई जगहों पर तापमान सामान्य से 6 से 9 डिग्री तक ज्यादा दर्ज किया गया है. 


पहाड़ी इलाकों में भी तेज गर्मी
हिमाचल प्रदेश में भी मैक्सिम टंप्रेचर 23 से 28 डिग्री और उत्तराखंड में 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. ऐसे में पहाड़ी इलाकों के टूरिस्ट प्लेस (Hill Tourist Place) पर जाकर घूमने जाने वालों को भी निराशा हाथ लग सकती है. 


प्रचंड गर्मी के ये कारण (Early summer)


फरवरी में बारिश में न होना
पहाड़ी इलाकों में भी बर्फबारी कम होना
गुजरात जैसे तटीय इलाकों में एंटी साइक्लोन का असर
कोंकण में समुद्री हवाओं का कमजोर होना और जमीनी हवाओं का तेज होना


अगले 3 दिनों का अनुमान (Maximum Temperatures Forecast) 
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत में तापमान ऐसे ही सामान्य से 5 से 7 डिग्री तक ज्यादा रह सकता है. इसका असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान जैसे राज्यों में गेहूं की फसल पर भी पड़ सकता है.


हीटवेव की तापमान सीमा मैदानी इलाकों में 40 डिग्री सेल्सियस है. जबकि समुद्र तटीय इलाकों में ये 37 डिग्री सेल्सियस है.मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश औऱ उत्तराखंड में अगले दो दिन बना रहेगा.


वेस्टर्न डिस्टरबेंस तब होता है, जब गर्म और नम हवाएं मध्य पूर्व से उत्तर पश्चिम में भारतीय उपमहाद्वीप की ओर आती हैं और हवाओं की दिशा बदल देती हैं. इससे तापमान में गिरावट और बारिश के आसार बनते हैं. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ से हवाएं मैदानी इलाकों तक नहीं पहुंच पा रही हैं और इस कारण बारिश नहीं हो रही है. 


UP Weather Report