World hockey cup : 47 साल बाद एक बार फिर राजधानी पहुंचेगी हॉकी की ट्रॉफी, यहां खेल प्रेमी ले सकेंगे सेल्फी
13 जनवरी से ओडिशा में शुरू हो रही विश्व हॉकी कप प्रतियोगिता से पहले देशव्यापी दौरे पर है ट्रॉफी. रांची के बाद नवाबों की नगरी पहुंचेगी ट्रॉफी.
मयूर शुक्ला/लखनऊ : ओडिशा में शुरू हो रहे विश्व हॉकी कप की ट्रॉफी 47 साल बाद 12 दिसंबर को लखनऊ पहुंचेगी. यह दूसरा मौका होगा जब लखनऊ विश्वकप ट्रॉफी देखेगा. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ट्रॉफी अगुवानी करने के लिए मौजूद रहेंगे. इस दौरान शहर में एक बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा.
देशव्यापी दौरे पर है ट्रॉफी
दरअसल, 13 जनवरी से ओडिशा में विश्व हॉकी कप प्रतियोगिता की शुरुआत हो रही है. विश्व कप शुरू होने से पहले ट्रॉफी अपने देशव्यापी दौरे पर है. इसी क्रम में रांची से चलकर यह ट्रॉफी 12 दिसंबर को नवाबों के शहर लखनऊ पहुंचेगी. इससे पहले 1975 में हुए विश्व कप के दौरान यह ट्रॉफी लखनऊ आई थी. यह ट्रॉफी 21 दिन के सफर में 13 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश से गुजरेगी.
12 दिसंबर को एयरपोर्ट पहुंचेगी ट्रॉफी
ओडिशा में शुरू हो रहा पुरुष हॉकी विश्व कप 13 से 29 जनवरी तक चलेगा. खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि विश्वकप टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ट्रॉफी देश के कई हिस्सों में जा रही है. इसके तहत विश्वकप के लिए पूरे देश में वातावरण तैयार किया जा रहा है. विश्वकप ट्रॉफी रांची से 12 दिसंबर को लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगी.
शहर में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन
डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री खुद ट्रॉफी को रिसीव करने के लिए मौजूद रहेंगे. इस दौरान शहर में एक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा. इसमें सीएम योगी मौजूद रहेंगे. इसके बाद यह ट्रॉफी केडी सिंह बाबू स्टेडियम लाई जाएगी. यहां से इसे लुलु मॉल भी ले जाया जाएगा. यहां इसे खेल प्रेमी देख सकेंगे. भारतीय टीम के लिए शुभकामना संदेश भी लिखे जाएंगे. ट्रॉफी के साथ सेल्फी भी ले सकेंगे. इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है.
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पहली बार 1975 में लखनऊ आई थी ट्रॉफी
पहली दफा लखनऊ ने इस ट्रॉफी का दर्शन 1975 में किया था. मलेशिया में हुए विश्वकप में अजीत पाल सिंह की अगुवाई में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 2-1 गोल से हराकर विश्वकप जीता था. उस समय स्पोर्ट्स काउंसिल के निदेशक केडी सिंह बाबू ने पूरी भारतीय टीम को लखनऊ बुलाया था. पूरी टीम का सेंट्रल स्टेडियम (अब केडी सिंह बाबू स्टेडियम) में सम्मान किया गया था. इसमें खिलाड़ियों को एक-एक स्कूटर उपहार में दिया गया था. विजयी गोल दागने वाले अशोक कुमार का सितारों की तरह स्वागत किया गया था.