मोहम्मद तारिक/पीलीभीत: उत्तर प्रदेश समेत भारत में होली की धूम है. वहीं, मथुरा वृंदावन की होली तो अपने खूब देखी होगी लेकिन क्या आप ने कन्हैया के होठों के सबसे करीब रहने बाली बांसुरी की नगरी की होली देखी है. अगर नहीं देखी तो आज हम आप को दिखाते है. हम बात कर रहे बांसुरी नगरी पीलीभीत की. जहां इस समय जबरदस्त होली खेली जा रही है. यहां की खासियत ये है कि जो लोग मथुरा वृंदावन नहीं जा पाते, वो यहां तीन दिन तक नाचते गाते होली खेलते हैं.


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ये नजारा वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का नहीं
आपको बता दें कि ये नजारा देखे कर आप समझ रहे होंगे ये वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का है, लेकिन ऐसा नहीं है, ये मंदिर मथुरा में नहीं है. ये मंदिर है बांसुरी नगरी पीलीभीत का. कन्हैया को राधा से भी ज्यादा प्रिय बांसुरी थी. इसलिए बांसुरी नगरी पीलीभीत के इस राधा रमन मंदिर में होली से पहले धूम-धाम से होली खेली है. देखिए कैसे भगवान कृष्ण के भक्त  नाच रहे हैं होली के भजन में खुद को भूलकर ये सभी भक्त खुद को राधा समझ रहे है. इसके अलावा गुलाल, फूल, पिचकारी सभी से रंग उड़ाया जा रहा है.


तीन दिन तक जमकर खेली जाती है होली
आपको बता दें ये उत्सव यहां दिन चलता है. आज 6 मार्च उत्सव का होली से पहले अंतिम दिन है, जो भक्त मथुरा में होली खेलने नहीं जा पाते बो यहां आकर आनंद की अनुभूति लेते है. बांसुरी नगरी पीलीभीत के इस मंदिर में नेपाल, उत्तराखंड, बरेली, लखीमपुर और शाहजहांपुर से लोग होली खेलने आए है. दरअसल, आज 6 मार्च की रात तीसरे दिन होली खेल कर सब अपने घर चेले जाएंगे. जानकारी के मुताबिक इस उत्सव के पहले दिन भजन होता है. दूसरे और तीसरे दिन जम कर होली खेली जाती है. क्या बूढ़ा, क्या बच्चा, क्या जवान, क्या महिला सभी उड़ते रंगों के बीच खुद को मथुरा की होली से जोड़कर सब कुछ भूल जाते हैं.