अरविंद मिश्रा/झांसी: 25 सितंबर को दुनिया भर में पर्यटन दिवस (Tourism Day) मनाया जाता है. इस मौके पर पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं को अवसर में बदलने पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. पर्यटन की किसी भी सुविधा के विस्तार के लिए परिवहन व्यवस्था सबसे अहम है. उत्तर प्रदेश में झांसी जनपद की पर्यटन के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति है. यह देश ही नहीं विदेशों से 12 महीने पर्यटक आते हैं. इन पर्यटकों को झांसी के ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो इसलिए हॉप ऑन हॉप ऑफ बस सर्विस शुरू की गई है.
एक टिकट पर दिनभर कर सकेंगे सफर


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इसकी शुरुआत ऐतिहासिक रानी झांसी के किले से हुई है. इस सर्विस में एक बार टिकट लेकर दिन भर इस बस से सफर किया जा सकता है. सांसद अनुराग शर्मा (Anurag Sharma) ने झांसी किले से दो एसी इलेक्ट्रिक टूरिस्ट बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये बसें रेलवे स्टेशन से शताब्दी (Shatabdi Express) और गतिमान एक्सप्रेस (Gatiman Express)की टाइमिंग के मुताबिक रवाना होंगी. इसके बाद झांसी के प्रमुख पर्यटक स्थलों तक होते हुए मध्य प्रदेश के ओरछा (orcha) तक पहुंचेंगी. वहां से लौटकर शाम को लाइट एंड साउंड के समय पर झांसी किले पर पहुंचेंगी.


सीएम योगी के एजेंडे में टूरिज्म सेक्टर


झांसी बुन्देलखंड विश्वविद्यालय (Bundelkhand University)के विद्यार्थियों ने ऐतिहासिक झांसी के किले से सांस्कृतिक और पर्यटन जागरूकता रैली निकाली. इस रैली को स्थानीय जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अफसरों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. सांसद अनुराग शर्मा ने इस मौके पर कहा कि विश्व पर्यटन दिवस पर झांसी (Jhansi) को यह तोहफा मिला है. झांसी आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक सौगात है. मुख्यमंत्री ने पर्यटन को बढ़ाने के लिए बुन्देलखण्ड को 750 करोड़ की सौगात दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी पर्यटन को लेकर विस्तार रूप से सोचते हैं. उरई (Orai) में आकर पीएम ने यहां के किलों के बारे में बात की थी. अब इसका असर दिखने लगा है. लोग हमारे किलो के बारे में बात करने लगे हैं. 
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लंदन में मशहूर है हॉप ऑन हॉप ऑफ बसें
पर्यटन क्षेत्र के एक्सपर्ट तथा डेनेब एंड पोलक्स टूर एंड ट्रेवल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर मदन मोहन के मुताबिक हॉप ऑन, हॉप ऑफ बसें लंदन समेत यूरोपीय देशों में काफी लोकप्रिय है. इसमें पर्यटक एक बार 24 घंटे के लिए टिकट ले लेता है. उसके बाद वह अपनी सुविधा के अनुसार अलग-अलग जगहों की सैर करता है. हर जगह पर उसे आगे की यात्रा के लिए हॉप ऑन हॉप ऑफ बस मिलती हैं. उनका कहना है कि इलेक्ट्रिक बस होने के कारण इससे पर्यटन क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या से निजात मिलेगी. मदन मोहन कहते हैं कि जरुरत इस बात की है कि झांसी की तर्ज पर देश के अन्य पर्यटन केंद्रों पर भी इस तरह की बस सेवा शुरू की जाए.