वेदेन्द्र प्रताप शर्मा/आजमगढ़: जनपद आजमगढ़ (Azamgarh) के कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने स्थित मेहता पार्क में 10 दिनों से बुजुर्ग दम्पत्ति भूख हड़ताल पर बैठे थे. उन्हें हटाने लिए आज बुधवार को अधिकारी जो पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और कहा धरना हटाओ. दरअसल, तहसीलदार निजामाबाद और एसडीएम अतिरिक्त प्रभार निजामाबाद वहां पहुंचे थे. आइए बताते हैं फिर क्या हुआ.


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भूमाफियाओं द्वारा फर्जी तरीके से अमल दरामद
आपको बता दें कि जिले निजामाबाद थाना क्षेत्र के बुद्धसेनपुर गांव निवासी लालचंद यादव अपनी पत्नी रमावती के साथ बीते दस दिनों से दबंग भूमाफियाओं द्वारा फर्जी तरीके से अमल दरामद कराने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे थे. दंपती का धरना जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के सामने स्थित आंबेडकर पार्क में चल रहा था. जानकारी के मुताबिक एक दिन पहले भूख हड़ताल पर बैठे बुजुर्ग दम्पत्ति की हालत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें मण्डलीय जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद आज बुधवार को वह दोबारा भूख हड़ताल पर बैठ गए.


धरनारत बुजुर्ग दम्पत्ति को समझाने की हुई कोशिश
आपको बता दें कि मामले की जानकारी मिलने पर अधिकारियों ने पहुंच कर धरनारत बुजुर्ग दम्पत्ति को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन बुजुर्ग दम्पत्ति उनकी बातों से संतुष्ट नहीं हुए. उन्होंने धरना खत्म करने से मना कर दिया. इसके बाद मौके पर मौजूद तहसीलदार उनपर धरना स्थल से जबरन उठने और धरना खत्म करने का दबाव बनाने लगे. इस दौरान मौके पर कोतवाली पुलिस भी पहुंची. इतना ही नहीं प्रशासन द्वारा धरनार्थियों को हटाने के लिए एक ई-रिक्शा भी मंगवाया गया था. 


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मामले में एसडीएम निजामाबाद ने दी जानकारी
इस मामले में एसडीएम निजामाबाद रवि कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जो भी अन्याय हुआ है, उन लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं पुलिस कर्मियों द्वारा धरनारत लोगों की धमकी भी दिए जाने और धरना बंद करो के मामले में एसडीएम ने कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर जांच की जाएगी.