IND vs NZ 2nd T20: भारत और न्यूजीलैंड के बीच टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है. जिसके बाद अब लखनऊ का मैच टीम इंडिया के लिए करो या मरो की तरह होगा, मैच को जीतकर टीम इंडिया सीरीज में बनी रहना चाहेगी, वहीं कीवी टीम की निगाहें मैच को जीतकर सीरीज में अजय बढ़त बनाने पर होंगी. पहले टी-20 मैच में मे मिली करारी हार के कई कारण सामने आये हैं. जिनको दूसरे मैच में टीम इंडिया दोहराना नहीं चाहेगी.


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टॉस जीता तो चेज या पहले गेंदबाजी
रांची के पिछले रिकॉर्ड पर नजर डालें तो अब तक खेले गए तीन मैचों में टॉस जीतकर टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करती है, दो बार पहले बैटिंग करने वाली टीम को ही जीत मिली है. वहीं कप्तान हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी की जगह गेंदबाजी का फैसला किया जो गलत साबित हुआ. लखनऊ की बात करें तो यहां कुल 8 टी-20 मैच खेले गए हैं, जिनमें से 5 मैच पहले बैटिंग करने वाली टीम के नाम रहे जबकि 3 मैच में बाजी चेज करने वाली टीम के हाथ लगी. इस मैदान का औसत स्कोर 157 रन है. 


पिच की पहचान
पहले मैच में कप्तान हार्दिक पांड्या ने दूसरी इनिंग में ओस आने की उम्मीद के चलते ही टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन ये दांव उल्टा पड़ता नजर आया, ओस तो नहीं आई बल्कि कीवी गेंदबाजों की फिरकी में भारतीय बल्लेबाज फंसते नजर आए. अब अगर भारतीय कप्तान दूसरे मैच में टॉस जीतते हैं तो देखना होगा कि वह पिछले मैच की तरह चेज करना चाहेंगे या गेंदबाजी.


स्पिन बनी कमजोर कड़ी?
टीम इंडिया के बल्लेबाज पहले मैच में स्पिनरों के सामने संघर्ष करते नजर आए. कीवी टीम के कप्तान सेंटनर ने चार ओवर में महज 11 रन देकर शुभमन गिल और दीपक हुड्डा को पवेलियन भेजा. ब्रेसवेल की गेंद को ईशान किशन और हार्दिक पांड्या नहीं पढ़ पाए और अपना विकेट दे बैठे. इसके अलावा सूर्यकुमार यादव ईश सोढ़ी का शिकार बने. दूसरे मैच में टीम के सामने कीवी स्पिनरों की फिरकी से पार पाने की चुनौती होगी. 


तेज गेंदबाजों ने किया निराश 
पहले मैच में भारतीय टीम की गेंदबाजी बेहद साधारण नजर आई. तेज गेंदबाजों ने खूब रन लुटाए. अर्शदीप सिंह ने चार ओवर में 51 रन दे डाले. वहीं हार्दिक पांड्या ने 3 ओवर में 33 रन दिए. उमरान मलिक ने केवल एक ओवर गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 16 रन खर्च किए. मावी भी छाप छोड़ने में कामयाब साबित नहीं हुए. दूसरे मैच में तेज गेंदबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे.


बल्लेबाज भी नहीं छोड़ सके छाप
शानदार फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल हों या ईशान किशन दोनों ही सस्ते में पवेलियन लौट गए. राहुल त्रिपाठी भी अपना विकेट फेंकते हुए नजर आए. इसके अलावा दीपक हुड्डा भी एक जीवनदान मिलने के बाद भी मजह 10 रन बना सके. दूसरे मैच में भारतीय ओपनर्स से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी, वहीं राहुल त्रिपाठी को भी अपने बल्ले का दम दिखाना होगा. 


कप्तान हार्दिक पर रहेगा दारोमदार
बतौर भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है. उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने एक भी सीरीज नहीं हारी है. लेकिन हार्दिक पिछले मैच से कुछ सबक लेना चाहेंगे. उम्मीद है कि टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में कुछ बदलाव भी देखने को मिलें.