लखनऊ : माफिया मुख्तार अंसारी का बेटा और मऊ से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी पर लगता है दिल्ली पुलिस भी खासी मेहरबान थी. ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि लखनऊ से बने जिस शस्त्र लाइसेंस को अब्बास ने दिल्ली स्थानांतरित कराया था, उस पर निशानेबाजी के लिए सात असलहे खरीदने की मंजूरी थी. बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस में शस्त्र लाइसेंस का ब्योरा रखने वाले अधिकारी ने नियमों को दरकिनार कर आठवां असलहा भी दर्ज कर दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अब माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक पुत्र अब्बास अंसारी के विरुद्ध शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग के मामले में कस्टम अधिकारियों के बाद दिल्ली पुलिस के अफसरों से पूछताछ की गई है. एसटीएफ मुख्यालय में शनिवार को दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर आर्म्स जसवंत से लंबी पूछताछ की गई. कई बिंदुओं पर उनके बयान दर्ज किए गए हैं. इससे पूर्व दिल्ली पुलिस के ही तत्कालीन एसीपी वेद प्रकाश (अब सेवानिवृत्त) से भी लंबी पूछताछ की गई थी. इन दोनों अधिकारियों ने नियम विरुद्ध अब्बास अंसारी के शस्त्र लाइसेंस पर आठवां शस्त्र खरीदे जाने को लेकर मांगी गई अनुमति पर सिफारिश की थी. इससे पहले लखनऊ के एमपी-एमएलए कोर्ट ने विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को शस्त्र लाइसेंस मामले में जमानत देने से इनकार कर दिया था.  


यह भी पढ़ेंमाफिया अतीक अहमद पर कसेगा ईडी का शिकंजा, करीबी का रेस्टोरेंट भी होगा सीज


चित्रकूट जेल में है बंद अंसारी 
आपराधिक मामलों में अब्‍बास अंसारी चित्रकूट जेल में बंद है. यहां कुछ दिन पहले गैर कानूनी तरीके से अब्बास से मिलने के मामले में उसकी पत्नी निकहत अंसारी को गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि वह मोबाइल फोन और  दूसरे प्रतिबंधित वस्तुएं चित्रकूट जेल में लेकर आई थी. जब वह दोनों मुलाकात कर रहे थे तो अचानक तलाशी ली गई इसी दौरान मोबाइल व अन्य सामान बरामद हुआ. उनके खिलाफ कर्वी कोतवाली नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. जेल के नियमों में बरती गई लापरवाही मामले में जेल अधीक्षक अशोक सागर सहित अन्य कर्मियों पर भी मामला दर्ज किया गया है.


WATCH: भरी सड़क पर बाइक सवार के 40 लाख रुपये चोरी, CCTV वीडियो कर देगा हैरान