सहारनपुर\नीना जैन: इन दिनों उत्तर प्रदेश के साथ ही समूचे देश में ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बीच आज से देवबंद में मुस्लिम निकायों के दो दिवसीय अधिवेशन का आयोजन किया गया है. इसकी शुरुआत जमीयत-उलमा-ए-हिंद मदनी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद मौलाना महमूद असद मदनी ने अधिवेशन का झंडा फहराकर की. दो दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 3 सत्र आयोजित किए जाएंगे, इस आयोजन में ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा अहम चर्चा का विषय होगा. बता दें कि इस अधिवेशन में 25 राज्यों से लगभग 2000 मुस्लिम संगठनों के लोग शामिल होंगे. इस अधिवेशन में आम जन शिरकत नहीं करेंगे. 


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इन विषयों में होगी चर्चा
अधिवेशन में मुस्लिम शिक्षा और मुस्लिम महिलाओं के उत्थान पर चर्चा होगी. इसके साथ ही संभावना जताई जा रही है कि ज्ञानवापी, कुतुब मीनार और ताजमहल जैसे मुद्दे भी चर्चा में शामिल हो सकते हैं. इस बैठक में देश के मौजूदा हालात और ज्ञानवापी समेत विभिन्न धार्मिक स्थलों को लेकर बढ़ रहे विवाद कॉमन सिविल कोड, मुस्लिम वक्फ बोर्ड आदि पर विशेष चर्चा होगी.  


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सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच शामिल होंगे बड़े नेता 
अधिवेशन के लिए 5 बीघा जमीन में पंडाल लगाया गया है और पंडाल में गर्मी को ध्यान रखते हुए इंतेजाम किए गए हैं. देशभर से आने वाले उलेमाओं की सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. रेंज और जोन से एक्स्ट्रा फोर्स मंगाई गई है. कंपनी पीएससी, तीन पुलिस निरीक्षक, 10 उप निरीक्षक 6 महिला कॉन्स्टेबल और 40 सिपाहियों की तैनाती की गई है. इस अधिवेशन में ममता सरकार में मंत्री सिद्दीकी उल्लाह चौधरी और दारूल उलूम के मोहतमिम अबुल कासमी नोमानी शिरकत कर चुके हैं. मौलाना बदरुद्दीन समेत कई बड़े नेताओं के आने की संभावना है.


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