अजीत सिंह/जौनपुर: जौनपुर शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के उर्दू बाजार स्थित मोहन टॉकीज के सामने आयुर्वेदिक दवा बनाने की फैक्ट्री में प्रेशर सिलेंडर फटने से एक की मौत हो गई. वहीं, दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए. दोनो की हालत गंभीर बनी हुई है. घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस के साथ-साथ फायर ब्रिगेड को दी. मौके पर फायर ब्रिगेड पहुंची, लेकिन सकरी गली होने के कारण काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.


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उर्दू बाजार में घनी आबादी के बीच चल रही थी फैक्ट्री
आपको बता दें कि नगर कोतवाली थाना अंतर्गत उर्दू बाजार में घनी आबादी के बीच दवा बनाने की फैक्ट्री चल रही थी. फैक्ट्री में फास्फोरस, सल्फर कंबीनेशन से तेल बनाया जाता था. वहीं, घटना की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची. टीम आग बुझाने का काम कर रही है. बड़ा सवाल ये है कि घनी आबादी के बीच ये दवाखाना कैसे चल रहा था. क्या इस दवाखाने का लाइसेंस है या नहीं. ये जांच का विषय है.


वहीं, मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यहां एक आयुर्वेदिक दवा बनाने की फैक्ट्री है. इसमें फास्फोरस केमिकल से आग लगी है. फायर ब्रिगेड ने आग को बुझा लिया है. हालांकि, आस-पास घनी आबादी के बीच फैक्ट्री कैसे चल रही थी, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. फैक्ट्री के लाइसेंस की जांच पड़ताल की जा रही है. आग पर काबू पा लिया गया है. हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं, इसमें एक की मौत हो गई है. अन्य को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. बाकी मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.


सिटी मजिस्ट्रेट ने दी जानकारी 
इस घटना के संबंध में सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उर्दू बाजार में आयुर्वेदिक दवाखाना था. जहां पर दवा बनाई जा रही थी. ये दवाखाना नूर मोहम्मद दवाखाना था. उसी के परिवार के फैक्ट्री में रियाज और फैज भी काम कर रहे थे. मौके पर जांच किया गया तो पता चला कि फास्फोरस व सल्फर के माध्यम से दवा बनाते समय अचानक विस्फोट हुआ है और आग लग गई. 


आपको बता दें कि परिवार के 3 सदस्य झुलस गए. हादसे में एक की मौत हो गई. वहीं, दो लोगों की हालत गंभीर है, जिसे देखते हुए उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया. वहीं, घनी आबादी के बीचो-बीच चल रही दवा फैक्ट्री के सवाल पर सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि घटना के बाद गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों के इलाज की प्रक्रिया चल रही है. इलाज की प्रक्रिया के बाद इस तथ्य को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जाएगी कि संबंधित का लाइसेंस है या नहीं है. दवा की चल रही है मानक पूरे किए गए हैं इसकी जांच बाद में की जाएगी.