अजीत सिंह/जौनपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय (Veer Bahadur Singh Purvanchal University) ने शोध (Research) के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. प्रदेश सरकार की ओर से विश्वविद्यालय को छह नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मिले हैं. इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने सभी 6 शिक्षकों को बधाई दी है. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि विश्वविद्यालय (University) ने शोध के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है. 


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कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा
कुलपति ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से विश्वविद्यालय को 6 नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Centre of Excellence) स्थापित करने के लिए अनुदान की स्वीकृति मिल गई है. उन्होंने कहा कि नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से शोध के लिए अनेक अवसर प्राप्त होंगे. इससे शिक्षक और छात्र को नए संसाधन उपलब्ध होंगे. विश्वविद्यालय में अब कुल 12 सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित हो जाएंगे. उत्तर प्रदेश के विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों से शासन को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे. शासन ने परीक्षण करने के बाद सेंटर ऑफ एक्सीलेंस देने की घोषणा की है.


विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी ने दी जानकारी
इस दौरान विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ सेंटर आफ साइंस एंड नैनोटेक्नोलॉजी के काजल कुमार डे को तीन लाख 85 हजार, गणित विभाग के डॉ सुशील कुमार शुक्ला को दो लाख 90 हजार रुपए, भौतिक विज्ञान के डॉक्टर मनीष प्रताप सिंह को 3 लाथ 70 हजार रुपये अर्थ और प्लेनेटरी विज्ञान के डॉ श्याम कन्हैया सिंह को 3 लाख 10 हजार, केमिस्ट्री के डॉ मिथिलेश यादव को 2 लाख 64 हजार और फिजिक्स के डॉ पुनीत धवन को 3 लाख 5 हजार की धनराशि की शासन की ओर से मंजूरी मिल गई है. इस धनराशि को उपकरण, आकस्मिकता, यात्रा एवं फील्ड कार्य, मैन पावर, प्रोजेक्ट फेलो में खर्च किया जा सकेगा, जो काफी अहम है.


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