अब्दुल सत्तार/झांसी: उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए सरकार लगातार एक के बाद एक कदम उठा रही है. परीक्षा में मुन्ना भाई भी मिलते हैं. जिन्हें रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक भी मुन्ना भाई से पीछे नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि झांसी के तीन अलग-अलग राजकीय हाई स्कूलों में 5 फर्जी शिक्षक पकड़े गए हैं. जानकारी के मुताबिक एक महीने पहले 3 युवक और 2  युवती शिक्षक बनकर आए और बाकायदा विद्यालय में जॉइनिंग भी ले ली. आइये विस्तार से बताते हैं पूरा मामला क्या है.


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पांचों तथाकथित शिक्षक आजमगढ़ के रहने वाले 
आपको बता दें कि जब नियुक्ति पत्र से सम्बन्धित प्रपत्रों की जांच-पड़ताल की गई, तो पूरा मामला फर्जी निकला. वहीं, नियुक्ति पत्र भी फर्जी पाए गए. विद्यालयों के प्रधानाचार्य की शिकायत पर पुलिस ने पांचों फर्जी शिक्षकों खिलाफ कार्रवाई की है. उन्हें हिरासत में लेकर उनके सरगना की तलाश में पुलिस जुट गई है. पांचों तथाकथित शिक्षक जनपद आजमगढ़ के रहने वाले हैं.


फर्जी नियुक्ति पत्र के अधार पर जॉइनिंग करने वाली दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ एक्शन
दरअसल, झांसी के राजकीय बालिका हाई स्कूल ग्राम वीरा में हिंदी की सहायक अध्यापक के पद पर अमृता कुशवाहा की 20 जुलाई को नियुक्ति हुई थी. वह आजमगढ़ के लक्षीरामपुर गांव की रहने वाली हैं. इसी प्रकार ग्राम बम्होरी सुहागी के विद्यालय में मैनवती निवासी ग्राम मघनापार जनपद आजमगढ़ ने फर्जी व कूट रचित नियुक्ति पत्र देखकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति ली थी. प्रधानाध्यापिका की शिकायत पर फर्जी नियुक्ति पत्र के अधार पर जॉइनिंग करने वाली दोनों शिक्षिकाओं के खिलाफ, मऊरानीपुर थाना में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.


मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरु 
वहीं, ग्राम खड़ौरा के सरकारी हाई स्कूल में आजमगढ़ जनपद के तीन युवकों ने 22 जुलाई को बतौर सहायक अध्यापक पद पर जॉइन किया था. वह अंग्रेजी, जीव विज्ञान और सामाजिक विषय के शिक्षक बनकर आए थे. जिनके नाम पंचदेव निवासी ग्राम लालमऊ जनपद आजमगढ़, रणविजय निवासी ग्राम महुआपार आजमगढ़ और नरेन्द्र कुमार मौर्य निवासी ग्राम जिला आजमगढ़ हैं. तीनों ने फर्जी नियुक्ति पत्र के अधार पर जॉइनिंग की थी. बता दें कि इस पर मामले में गोपनीय तरीके से विभाग को पूरे मामले की सूचना दी गई थी. विभाग ने जब पूरे मामले की जांच-पड़ताल की, तो नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया. जिसके बाद गरौठा थाना में तीनों तथाकथित शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी गई है.


जिला विद्यालय निरीक्षक ने दी जानकारी
जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि झांसी के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खड़ौरा, बम्होरी सुहागी और वीरा में तथाकथित 5 अध्यापकों ने कार्यभार ग्रहण किया था. मुझे निदेशालय द्वारा बताया गया कि खड़ौरा में पंचदेव नाम से एक जॉइनिंग निदेशालय  प्राप्त हुई थी. निदेशालय ने जब अपने अभिलेखों को मिलाया तो, वह कूट रचित नियुक्ति पत्र फर्जी निकला.


जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि मैंने प्रिंसिपल को बुलाया और अभिलेखों को दिखाया. तो पंचदेव के नियुक्ति पत्र के तरह जिले के 4 अन्य लोगों के नियुक्ति पत्र मिले, जो फर्जी थे. जिसके बाद प्रधानाचार्य को कार्रवाई करने के निर्देश दिया गया. वहीं, अधिकारियों को भी इस बारे में जानकारी दी गई. तत्काल पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पांचों आजमगढ़ के रहने वाले हैं, जिनके नाम पंचदेव, रणविजय, नरेंद्र कुमार मौर्य, मैनवती और अमृता कुशवाहा इन सबके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.


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