Atique Ahmed Murder: यूपी के माफिया रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को रविवार की शाम प्रयागराज को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया है. पुलिस कस्टडी में हुई अतीक और अशरफ की हत्या को लेकर पूरे यूपी में सियासी हलचल मची हुई है.


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प्रयागराज के माफिया अतीक की मौत पर जहां एक तरफ यूपी के कई जिलों में धारा 144 लागू है वहीं दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनीवर्सिटी में उसके समर्थन में आवाज उठी. इस प्रदर्शन के दौरान पुलवामा हमले समेत कई मुद्दों को लेकर उठाए गए सवाल. 


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दरअसल बीते दिन (16 अप्रैल) को जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक के ताज़ा इंटरव्यू की स्क्रीनिंग का आयोजन टेफ्लास के बाहर रात 9 बजे लेफ्ट संगठन AISA द्वारा किया गया था. जिसमें अतीक अहमद के मर्डर को लेकर यूपी पुलिस के साथ मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी का वीडियो सामने आया है. 
नारे- 
मुस्लिम विरोधी ये सरकार नही चलेगी!नही चलेगी जैसे लगे नारे.


यूपी पुलिस मुर्दाबाद ! योगी प्रशासन मुर्दाबाद ! कत्ल कराना बंद करो !एनकाउंटर बंद करो !दोषियों को सजा दो !योगी राज मुर्दाबाद ! 


AISA संगठने के द्वारा कहा गया कि "अतीक अहमद के मर्डर के बाद हम जनता के बीच ये सवाल फिर से लेकर आ रहे हैं कि पुलवामा में जिन जवानों की शहादत हुई इसमें किसकी नाकामी थी. कौन सा सिस्टम काम कर रहा था? इसी सरकार के बीच से उठ कर आए पूर्व गवर्नर सत्यपाल मालिक खुद बता रहे हैं कि इसके पीछे मोदी और शाह की कमी थी. इस सरकार को ना हत्या से और ना जुल्म से दिक्कत है. इस सरकार को संविधान से दिक्कत है"
लॉ एंड ऑर्डर की हत्या नही सहेंगे , गोलीबारी नही सहेंगे, कंगारू कोर्ट नही सहेंगे.


वीडियो देखें


अतीक अहमद के तीनों हत्यारों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ शिफ्ट किया गया