Sawan 2023: सावन के पावन और सुखमय महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो रही है. हर किसी को इस दिन का बेसब्री से इंतजार है. इसके लिए भक्तों में तैयारी शुरू कर दी है. जी हां सावन का महीना यानि श्रावण मास पर शिव मंदिरों में जलाभिषेक की तैयारियां पूरी हो गई हैं. गुरु पूर्णिमा के दिन सोमवार (तीन जुलाई) को सभी प्रमुख शिवालयों में पूजन शुरू हो जाएगा. भक्तों को कोई दिक्कत नहीं हो, इसकी व्यवस्था कर ली गई है. हालांकि सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है, लेकिन गुरु पूर्णिमा से ही पूजन व जलाभिषेक शुरू हो जाएंगे.


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Sawan 2023: महादेव संग 400 युवतियों ने लिए सात फेरे, सावन के पहले निभाई गई अनूठी परंपरा


कैलाश महादेव मंदिर 
कैलाश महादेव मंदिर में गुरु पूर्णिमा से ही जलाभिषेक शुरू हो जाएगा महंत गौरव गिरि ने जलाभिषेक के बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि यहां सुबह छह बजे से जलाभिषेक हो जाएगा. वहीं सुबह 7:30 बजे मंगला आरती होगी और नौ बजे पूजा व भंडारा होगा. इसके बाद शाम 4 बजे जलाभिषेक और इसके बाद आरती अरु फूल बंगला आयोजन होगा.


बाबा बल्केश्वर महादेव मंदिर 
बाबा बल्केश्वर महादेव मंदिर के महंत कपिल नगर की जानकारी के अनुसार यहां रोज की तरह श्रंगार होगा. सुबह सात बजे आरती अरु श्रंगार के बाद श्रद्धालु महादेव के दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद 10 बजे आरती होगी और तीन जुलाई से श्रावण मास का पूजम शुरू हो जाएगा.


राजेश्वर महादेव मंदिर 
राजेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी रुपेश उपाध्याय ने बताया कि सावन का पहला सोमवार 10  जुलाई को है, लेकिन श्रावणी पूजन 3 जुलाई से ही शुरू हो जाएगा. सुबह के चार बजे जलाभिषेक के बाद बाबा का श्रंगार किया जाएगा और उसके बाद 4:30 बजे मंगला आरती  होगी. इसके बाद दोपहर 12 बजे अभिषेक अरु श्रंगार आरती होगी. फिर शाम 6 बजे जलाभिषेक के बाद श्रंगार होगा और धूमधाम से आरती की जाएगी. 


रावली महादेव मंदिर 
रावली महादेव मंदिर के महंत अर्चना शर्मा ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार सुबह से ही जलाभिषेक होगा. इसेक बाद बाबा रावली महादेव का खूबसूरत श्रंगार किया जाएगा. इसेक बाद आरती होगी और भोग लगाया जाएगा. 


मनकामेश्वर मंदिर 
मनकामेश्वर मंदिर मठ प्रशासक हरिहर पुरी ने बताया कि सोमवार से सावन का जलाभिषेक शुरू हो जाएगा. सुबह पांच बजे से जलाभिषेक होगा बाबा के श्रंगार होने के बाद मंगला आरती की जाएगी. सुबह छह बजे रुद्राभिषेक आरती होगी। दोपहर में डेढ़ से ढाई बजे के बीच मध्याह्न पूजा के वक्त लाइव प्रसारण मनकामेश्वर पेज पर देखा जा सकेगा.


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