कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जल कर मौत हो गई. मां-बेटी की मौत से उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया है. समाजवादी पार्टी ने इस घटना को हत्या करार दिया है. पीड़ित परिवार ने प्रशासन के सामने कई मांगे रखी हैं. आवास और परिवार को आजीवन पेंशन की मांग रखी गई है. 5 करोड़ मुआवजा और 2 सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी है. वहीं आज सपा का जिला स्तर प्रतिनिधि मंडल भी पीड़ित परिवार से मिलने कानपुर देहात के मड़ौली गांव पहुंचेगा. 


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सपा प्रवक्ता ने साधा निशाना
सपा प्रवक्ता अमीक़ जामेई का कानुपर देहात मां बेटी की मौत पर कहना है कि बिना नोटिस ब्राह्मण समाज का परिवार बुलडोज़र के कहर मे आग लगने से झुलस गया, SDM भागे, आखिर कमज़ोर वर्ग और सत्ता मे हाशिये पर ब्राह्मण ही क्यों बन रहे निशाना?


समाजवादी पार्टी के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है. लिखा-निर्दोषों की हत्या कर रहे अत्याचारी, बुल्डोजर सरकार के अधिकारी ! कानपुर के मड़ौली गांव में बुल्डोजर कार्रवाई के चलते लगी आग में मां-बेटी की जलकर हुई मौत, मौके से फरार हुए अफसर। शर्मनाक। आरोपी DM, SDM,लेखपाल पर धारा 302 के अंतर्गत हो मुकदमा, मृतकों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार.



कानपुर की घटना को लेकर ब्रजेश पाठक का बड़ा बयान
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा एसडीएम हो या पुलिस के अफसर हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. सब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी. कानपुर की घटना दुखद और निंदनीय है इसमें जितने भी अधिकारी दोषी हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. सभी के खिलाफ हम कार्यवाही कर रहे हैं.


कानपुर घटना पर शिवपाल यादव ने भी बीजेपी सरकार को घेरा


शिवपाल ने ट्वीट कर लिखा-कानपुर में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी और पुलिस तमाशा देखती रही।


अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में प्रशासन आखिर अपना होश क्यों खो रहा है।


क्या ' महिला सशक्तिकरण' व 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की बात केवल कागजी नीति है?



प्रशासन के सामने रखा मांग पत्र
पीड़ितों ने प्रशासन के सामने मांग पत्र रखा है. 5 करोड़ के मुआवजे की मांग की गई है.  घर के दो सदस्यों की सरकारी नौकरी की मांग, परिवार को आजीवन पेंशन, मृतक के दोनों बेटों को सरकार की तरफ से आवास की मांग की गई है. मुख्यमंत्री योगी से तत्काल न्याय के लिए मुलाकात का समय मांगा गया है.


आकोशित ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को दौड़ा लिया. अफसरों ने भागकर अपनी जान बचाई. मामले में एसडीएम मैथा ज्ञानेंश्वर प्रसाद, रुरा एसएचओ दिनेश गौतम, लेखपाल अशोक सिंह समेत 39 पुलिस कर्मियों और राजस्व कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।


मां-बेटी की मौत के बाद परिवार के मुखिया भी झुलसे
बता दें कि मृतक मां प्रमिला और बेटी की मौत के साथ ही पति कृष्ण गोपाल दीक्षित भी बुरी तरह से झुलस गए हैं. वहीं कानपुर रेंज के आईजी, एडीजी सहित कमिश्नर राज शेखर भी मौके पर पहुंचे. दरअसल, कानपुर देहात में प्रशासन सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी, लेकिन जिस घर को गिराया जा रहा था वो लोग खुद को आग लगाने की धमकी दे रहे थे. तभी विरोध के दौरान ही अचानक वहां पर आग लग गई, जिसमें मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई.


बता दें कि रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव के रहने वाले कुछ लोगों ने सोमवार की सुबह कृष्ण गोपाल दीक्षित पर सरकारी जमीन में अवैध कब्जा करने और मंदिर बनवाने की शिकायत की थी। मामले में डीएम ने एडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे.


कानपुर देहात में मां-बेटी की जलकर मौत के मामले में SDM, थाना प्रभारी समेत कई अफसरों पर FIR, पीड़ितों ने 5 करोड़ मुआवजा मांगा