कानपुर : कानपुर  में हुए रमेश बाबू हत्या कांड में उनके परिवार को शिक्षक दिवस से एक दिन पहले इंसाफ मिला है. कानपुर स्थित सेवानिवृत्त जूनियर हाई स्कूल के प्रिंसिपल रमेश बाबू शुक्ला की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद  राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले की जांच कर रही थी. एनआईए के विशेष न्यायाधीश ने  कानपुर के शिक्षक रमेश बाबू शुक्ला हत्याकांड में आतिफ मुजफ्फर और मोहम्मद फैसल को धारा 302, 120B,  धारा 16, 18 UAPA तथा धारा 3, 25, 27 आर्म्स एक्ट में दोषी करार दिया है. 


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आतंकवादी संगठन से है नाता
कानपुर निवासी दोनों अभियुक्त आतिफ मुजफ्फर और मोहम्मद फैसल प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के सक्रिय सदस्य थे. दोनों अभियुक्तों ने 24.10.2016 को थाना चकेरी, कानपुर नगर में रमेश बाबू शुक्ला की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. आपको बता दें कि रमेश बाबू गैर मुस्लिम था और उसके हाथ में कलावा और माथे पर तिलक लगा हुआ था इसलिए ही आतिफ मुजफ्फर और मोहम्मद फैसल ने रमेश बाबू पर ताबड़तोड़ गोलिया बरसा कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी. सजा के बिंदु पर सुनवाई हेतु माननीय न्यायालय द्वारा 11 सितंबर की तारीख तय की गई है.


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