Kapil Dev Aggarwal on Arshad Madani: हाल ही में जमीयत ए उलेमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरशद मदनी द्वारा धर्म को लेकर दिए गए बयान पर उत्तर प्रदेश के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा है कि कुछ सिरफिरे ऐसे लोग हैं जिनको ना तो सांस्कृतिक की जानकारी है और ना ही शास्त्र की और मुझे लगता है कि अरशद मदनी को स्टडी करनी चाहिए इनको अध्ययन करना चाहिए उसके बाद ही कुछ बोलना चाहिए.


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दरअसल बुधवार को मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित जिला पंचायत सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन पर महिला कल्याण विभाग के द्वारा बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट कि ऐसी बालिकाओं को सम्मानित किया गया था जो मध्यमवर्गीय परिवार से थी इस दौरान कार्यक्रम में पहुंचे उत्तर प्रदेश के स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर जहा सम्मानित किया.


मीडिया से बात करते हुए कपिल देव अग्रवाल ने अरशद मदनी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कुछ सिरफिरे ऐसे लोग हैं जिनको ना तो सांस्कृतिक की जानकारी है और ना ही शास्त्र की सनातन संस्कृति सनातन धर्म प्राचीन है आदि है. जिसका कोई अंत नहीं है किसी की टिप्पणी से किसी के बोलने से ना तो उसका अस्तित्व खत्म होता है और ना ही उसका कद छोटा होता है मुझे लगता है कि अरशद मदनी को स्टडी करनी चाहिए उनको अध्ययन करना चाहिए और उसके बाद ही कुछ बोलना चाहिए.


मंत्री कपिल देव अग्रवाल की माने तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  के निर्देशन के क्रम में महिला कल्याण विभाग के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ बेटियां आगे बढ़े इस संकल्प के साथ यह कार्यक्रम है. जिसमें प्राइमरी से लेकर इंटरमीडियम तक सभी ऐसी बालिकाएं जो साधारण परिवारों से हैं मध्यमवर्गीय परिवारों से हैं ऐसे 10,10 बेटियां जो टॉपर रही हैं पिछली शिक्षा में जूनियर हाई स्कूल मैं माध्यमिक शिक्षा हाईस्कूल तक ऐसे 10,10 बेटियों को यहां पर प्रशस्ति पत्र और उनको 20 ,10 या 5 हज़ार रूपये देकर श्रेणी के अनुसार उनका सम्मान किया गया है.


बेटियों का प्रोत्साहन साधारण परिवार की दो बेटियां होती हैं. इनका प्रोत्साहन बहुत जरूरी है. कुछ सिरफिरे ऐसे लोग हैं जिनको ना संस्कृति की जानकारी है ना शास्त्र और संस्कृति आती है सनातन संस्कृति सनातन धर्म प्राचीन है आदि है जिसका कोई अंत नहीं है किसी की टिप्पणी करने से किसी के बोलने से ना तो उसका अस्तित्व खत्म होता है ना ही उसका कद छोटा होता है मुझे लगता है अरशद मदनी को स्टडी करनी चाहिए अध्ययन करना चाहिए उसके बाद बोलना चाहिए मैंने कहा ना बहुत बहुत सोच समझकर बोलना चाहिए जिससे समाज में समजिसता बनी रहे यह जिम्मेदारी हम सब की है.