Karauli Baba: करौली बाबा अब डेढ़ लाख नहीं ढाई लाख लेंगे हवन की फीस, दिया अजीब तर्क
Karauli Baba issue : कानपुर के करौली बाबा ने अब हवन की फीस बढ़ा दी है. अब बाबा के आश्रम में एक दिन के हवन के लिए ढ़ाई लाख रुपये देना होगा. आइए जानते हैं क्या है बाबा का इसके पीछे तर्क
कानपुर : अपने चमत्कारिक दावों, फिर मारपीट और वसूली के आरोपों से विवादों में घिरे कानपुर में करौली बाबा ने एक बार फिर अजीबोगरीब घोषणा की है. उन्होंने भारी भरकम फीस के सवाल पर कहा है कि लोग डॉक्टर को भी उपचार के लिए फीस देते हैं. गंभीर रोगों के लिए वह लाखों रुपये खर्च करते हैं, वैसे ही यहां भी फीस लगती है. बाबा ने एलान किया कि तत्काल फायदे के लिए किए जाने वाले एक दिवसीय हवन के लिए एक अप्रैल से फीस 2.51 लाख रुपये हो जाएगी. यह फीस अभी तक 1.51 लाख रुपये है.
कुछ दिन पहले कानपुर के बिधनू के लवकुश आश्रम में डॉक्टर की पिटाई के बाद करौली बाबा डॉ. संतोष सिंह भदौरिया देश भर में सूर्खियों में आ गए थे. शुक्रवार को उन्होंने भक्तों के सामने एलान किया कि उनके यहां एक दिवसीय हवन की फीस अब 2.51 लाख रुपये होगी. बताया जाता है कि अबतक इसकी कीमत डेढ़ लाख रुपये थी. हालांकि कुछ अनुयायियों का कहना है कि बाबा ने ऐसा गुस्से में कहा है.
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आखिर कहां गईं लग्जरी गाड़ियां?
एक के बाद एक विवादों से घिरने के बाद अब आश्रम के अंदर दाखिल होने पर का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है. यहां तक की पहले की तरह प्रवेश द्वार पर कोई चेकिंग नहीं थी. बताया जा रहा है कि आश्रम परिसर में चप्पे-चप्पे पर काले कपड़ों में बाउंसर तैनात किए गए हैं. यहां तक की जिस बड़े से हॉल में बाबा अपने भक्तों को दीक्षा दे रहे थे, वहां करौली बाबा के आसपास 20 बाउंसर तैनात थे. हॉल के बाहर भी 15 बाउंसर खड़े नजर आए. लेकिन सूत्रों के मुताबिक बाबा की तीन लग्जरी गाड़ियां (तीन करोड़ की लैंड रोवर डिफेंडर) शुक्रवार को आश्रम में बने गैराज में नजर नहीं आईं. सवाल है कि क्या लग्जरी गाड़ियों को कहीं शिफ्ट कर दिया गया है.
आश्रम में कारोबारी गतिविधियां
करौली के बाबा के साम्राज्य में दुकान से लेकर होटल सबकुछ है. आश्रम में खाने पीने की चीजों से लेकर साज सज्जा की वस्तुएं भी बेची जाती हैं. आश्रम में 1800 रुपये प्रति लीटर में देसी गाय का घी बेच जा रहा था. हालांकि बाबा के आश्रम या आसपास कहीं भी कोई गोशाला तो नहीं है, ऐसे में इतना दूध कहां से आता है, ये बड़ा सवाल है.
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