kargil diwas 2022: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने सैंड आर्ट के जरिए किया कारगिल शहीदों को याद, रेत पर लिखी विजय गाथा
Prayagraj: इस सैंड आर्ट में कारगिल की विजय गाथा दिखी तो वहीं सैनिकों का बलिदान भी दिखा. प्रयागराज के संगम तट पर विजय दिवस की पूर्व संध्या पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट के छात्रों ने अनोखे अंदाज में शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
मो.गुफरान/प्रयागराज: आज 26 जुलाई, कारगिल दिवस (Kargil Diwas) है. आज के दिन पूरे देश में कारगिल विजय दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. संगमनगरी प्रयागराज के संगम तट पर सोमवार की शाम इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट विभाग के छात्रों ने अनोखे अंदाज में कारगिल विजय दिवस मनाया.
छात्रों ने बनाया सैंड आर्ट
छात्र अजय कुमार गुप्ता की अगुवाई में छात्रों ने एक ऐसा सैंड आर्ट (Sand Art) तैयार किया जो संगम में गंगा की लहरों पर तैरता हुआ दिखाई दे रहा है. इस आर्ट में कारगिल की विजय गाथा दिखी तो वहीं सैनिकों का बलिदान भी दिखा. प्रयागराज के संगम तट पर विजय दिवस की पूर्व संध्या पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विजुअल आर्ट डिपार्टमेंट के छात्रों ने अनोखे अंदाज में शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए बनाया गया
गंगा में बढ़ते जलस्तर के बीच संगम किनारे छात्रों ने एक टैंक बनाया, यह टैंक तीन तरफ से गंगा के पानी से घिरा हुआ था. पास में ही एक शहीद जवान की डेड बॉडी पड़ी थी और दूसरा जवान घायल अवस्था में पड़ा था. यह कला देखने के साथ-साथ गंगा जी का पानी चारों तरफ से घिरे हुए होने के कारण ऐसा लग रहा है कि मानो यह भव्य कलाकृति गंगा जी में तैर रही हो. सैंड आर्टिस्ट अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि यह सैंड आर्ट विजय कारगिल दिवस के उपलक्ष में जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए बनाया गया है. अजय का कहना है कि यह सैंड आर्ट बहुत ही अनोखा है. क्योंकि यह सैंड आर्ट चारों तरफ गंगा जी के पानी से घिरा हुआ है.
शहीद हुए नायकों के सम्मान में मनाया जाता कारगिल विजय दिवस
'कारगिल विजय दिवस' कारगिल युद्ध में शहीद हुए नायकों के सम्मान में मनाया जाता है, जो मातृ भूमि की सेवा करते हुए शहीद हो गए. हर साल इस दिन, प्रधान मंत्री दिल्ली में इंडिया गेट पर 'अनन्त लौ', अमर जवान ज्योति पर सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि देते हैं.