Kaushambi: मकर संक्रांति पर यहां महिलाएं खेलती हैं गुल्ली डंडा-कबड्डी और खो-खो, खेल के मैदान में पुरुषों की एंट्री बैन
Kaushambi: मकर संक्रांति के दिन आसपास के सैकड़ों गांव की महिलाएं इस मैदान में इकट्ठा होती हैं और खो-खो, कबड्डी और गुल्ली डंडा जैसे तमाम खेलों को खेलती हैं. इसमें हर उम्र की महिलाएं शामिल होती हैं. मकर संक्रांति के पर्व पर पूरा मैदान महिलाओं से खचाखच भरा रहता है.
अली मुक्ता/कौशाम्बी: आज मकर संक्रांति है और इस मौके पर कई जगहों पर पतंगें उड़ाई जाती है. इस त्योहार पर आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से पट जाता है. लेकिन यूपी के कौशाम्बी में एक जगह ऐसी है जहां पर पंतग नहीं उड़ती बल्कि पुराने खेल खेले जाते हैं, जिनमें खो-खो, कबड्डी और गुल्ली-डंडा है. इतना ही नहीं गुल्ली-डंडा खेलने की परंपरा को महिलाएं निभाती हैं.
मकर संक्रांति पर खेल खेलने की परंपरा
ज़िले के अजुहा मैदान में दशकों से मकर संक्रांति पर्व पर महिलाएं गुल्ली डंडा खेलती चली आ रही हैं. मकर संक्रांति के दिन आसपास के सैकड़ों गांव की महिलाएं इस मैदान में इकट्ठा होती हैं और खो-खो, कबड्डी और गुल्ली डंडा जैसे तमाम खेलों को खेलती हैं. इसमें हर उम्र की महिलाएं शामिल होती हैं. मकर संक्रांति के पर्व पर पूरा मैदान महिलाओं से खचाखच भरा रहता है.
पूर्वजों के समय से चली आ रही परंपरा
सिराथू गांव के लोहदा गांव की रहने वाली कमला देवी ने बताया कि पूर्वजों के जमाने से अजुहा मैदान में मकर संक्रांति पर्व पर महिलाओं द्वारा गुल्ली डंडा, कबड्डी, खो-खो, क्रिकेट मैच आदि खेले जाते हैं. इसी तरह इस वर्ष भी 14 जनवरी 2023 को क्षेत्र के तमाम गांव से आई सैकड़ों महिलाएं सुबह से ही मैदान में जुट गईं.
मकर संक्रांति के दिन पुरुषों का मैदान में आना मना
सिराथू के अजुहा मैदान में वैसे तो हर दिन क्षेत्र के युवा सुबह से शाम तक क्रिकेट मैच खेलते रहते हैं, किंतु मकर संक्रांति के दिन इस मैदान में पुरुषों का जाना वर्जित होता है. इस दिन केवल महिलाएं ही मैदान में तमाम तरह के खेलों को खेलती हैं.
मेले जैसा होता है माहौल
राष्ट्रीय राजमार्ग 2 के बगल स्थित अजुहा मैदान के बाहर मकर संक्रांति पर्व पर गोलगप्पे और चाट आदि की दुकानें भी हर वर्ष लगती हैं. मैदान में विभिन्न खेलों को खेल रही महिलाएं इन दुकानों में आकर चाट,चाउमीन और गोलगप्पे का भी आनंद लेती हैं.