कौशांबी : जनपद में 3 सौ करोड़ की लागत से गंगा नदी में दुर्गा भाभी सेतु का निर्माण किया गया. पुल पर जगह-जगह दरारें आने की खबरें दिखाए जाने के बाद प्रशासनिक गलियारे में हड़कंप मच गया. राज्य सेतु निगम के अधिकारियों ने अपनी गर्दन बचाने के लिए पूरा ठीकरा शरारती तत्‍वों पर फोड़ दिया. सेतु निगम के अधिकारियों ने कोखराज पुलिस को तहरीर देकर शिकायत की कि शरारती तत्‍वों ने पुल को क्षति पहुंचाई है. साथ ही उन्होंने पुलिस से सेतु की सुरक्षा की मांग भी की है.


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9 माह बाद ही पुल पर आ गईं दरारें 
दरअसल, प्रतापगढ़-कौशांबी को जोड़ने के लिए शहजादपुर के सामने गंगा नदी में 292 करोड़ की लागत से पुल बनाया गया. फरवरी वर्ष 2022 में ही इस पुल का डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने उद्घाटन किया. पुल चालू हुए लगभग 9 माह बीत गए हैं, लेकिन डिवाइडर के बगल से इसमें दरारे आ गईं. जब मामला प्रकाश में आया तो राज्य सेतु निगम के अधिकारियों ने लीपापोती शुरू कर दी. पहले सीमेंट का लेप लगाकर दरारों को छिपाने की कोशिश, लेकिन दरारें और बढ़ गई और लेप फट गया.  


पुल की सुरक्षा करने की मांग 
जब मामले में राज्य सेतु निगम के अधिकारियों की गर्दन फंसी तो उन्होंने विभागीय पैंतरेबाजी दिखाते हुए कोखराज थाना पुलिस को अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ तहरीर दे दी. निगम के उप परियोजना प्रबंधक पीसी वर्मा ने तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि शरारती तत्वों ने सेतु को क्षति पहुंचाई है. आरोप लगाया कि शरारती तत्व पुल को क्षति पहुंचाकर उसकी सरिया निकालने का प्रयास कर रहे थे. तहरीर देकर पुल की सुरक्षा करने की भी मांग की गई है. 


सहायक अभियंता की जांच रिपोर्ट का भी जिक्र 
शरारती तत्वों ने पुल तोड़ा है, इसे साबित करने के लिए उन्होंने सहायक अभियंता की जांच रिपोर्ट भी कोखराज पुलिस को दी है. वहीं, कोखराज थाना प्रभारी तेज बहादुर का कहना है कि सेतु निगम प्रयागराज के डीपीएम पीसी वर्मा ने उन्हें एक शिकायती पत्र दिया है. इसमें उन्होंने दुर्गा भाभी सेतु को अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा तोड़े जाने की बात लिखी है. इस मामले में गहनता से जांच की जा रही है जांच में जो भी सत्यता पाई जाएगी उसके आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.