Kidnapping: किडनैपर्स को कैश नहीं चाहिए था `चेक`, अपहरण के बाद बच्ची का जंगल में मिला था शव
UP Crime News: गाजियाबाद से कुछ दिनों पहले अपहरण का मामला सामने आया था. इसमें किडनैपर्स को कैश नहीं चेक चाहिएगा. अपहरण के बाद बच्ची का शव मिला.
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजियाबाद से कुछ दिनों पहले अपहरण का मामला सामने आया था. थाना नंद ग्राम इलाके से बीते बीस तारीख को अपहरण की गई लड़की का शव बुलंदशहर कोतवाली देहात क्षेत्र के से बरामद किया गया था. बुलंदशहर में गन्ने के खेत में शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. इसके बाद आनन-फानन में लड़की का पोस्टमार्टम कराया गया. लड़की की पहचान नंद ग्राम थाना क्षेत्र से लापता हुई 12 साल की बच्ची के रूप में हुई.
गाजियाबाद पुलिस के अनुसार बीते 20 तारीख को थाना नंद ग्राम पुलिस को सूचना मिलती की 12 वर्षीय बच्ची खुशी लापता है. किडनैपर्स ने फिरौती की रकम के लिए परिजनों को कॉल कर तीस लाख की रकम मांगी जा रही थी. इसके बाद पड़ताल के लिए पुलिस टीमों को सक्रिय कर दिया गया. पुलिस टीम को परिजनों ने कुछ नाम भी दिए. पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में भी ले लिया. आरोपी से पूछताछ में कुछ और नाम भी सामने आए. जांच के दौरान आरोपियों की लोकेशन बुलंदशहर पता चली. इसके बाद पुलिस टीमें दबिश देने वहां पहुंचती, जब तक अपराधी अपना काम कर चुके थे. लापता बच्ची की मौत हो चुकी थी.
गाजियाबाद एसपी ने दी जानकारी
इस मामले में गाजियाबाद एसपी मुनिराज ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि खुशी के पड़ोस में रहने वाला बबलू नाम का व्यक्ति इस मामले का साजिश कर्ता है. जानकारी के मुताबिक खुशी पहले भी इनके साथ मेला देखने जा चुकी थी. इसके बाद खुशी खुद से आरोपी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर साथ जाती थी. दरअसल, अपहरणकर्ताओं को पहले से पता था कि लड़की के नाना के पास 30,00,000 लाख का कोई चेक आने वाला है. उसी पैसे के लिए अपहरण की इस साजिश को अंजाम दिया गया. बता दें कि ये चेक उनको बड़े बेटे की मृत्यु के बाद इंश्योरेंस सेटेलमेंट में मिलने वाला था.
पहले से ही तय था बच्ची को मारना
एसपी के मुताबिक किडनैपर्स ने पहले ही तय कर लिया था कि वह अपहरण के बाद खुशी को मार देंगे. क्योंकि खुशी उन्हें पहचानती थी. उसने सोचा रकम तो कॉल कर रंगदारी वसूल कर निकल जाएंगी. फिलहाल, पुलिस ने बबलू समेत दो अन्य अमित और गंभीर नाम के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले से जुड़े अन्य फरार आरोपी पर इनाम घोषित किया गया है. इनकी गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहा है.
कार्रवाई में हुई देरी के सवाल पर बोले कप्तान
पुलिस की कार्रवाई में हुई देरी के सवाल पर कप्तान ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई. अपराधियों का दूसरा जिला होने और रविवार को छुट्टी होने के कारण कॉल डिटेल आदि निकलवाने में थोड़ा समय लगा. इस मामले में अपराधियों की पहले से पूरी योजना थी कि खुशी को मारने के बाद ही फिरौती की रकम वसूली जाएगी. बुलंदशहर में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुशी की हत्या गला दबाकर मारने की बात सामने आई है.
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