क्या है उसरी चट्टी कांड? जिस सिलसिले में कोर्ट पहुंचे मुख्तार के बेटे उमर अंसारी की हुई गिरफ्तारी
साल 2001 में घटित उसरी चट्टी कांड में दर्ज मुकदमे में भाजपा एमएलसी बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह समेत कुल पांच लोग नामजद हैं. इनके अलावा मुख्तार अंसारी द्वारा 15-20 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवाया गया था.
प्रयागराज: बाहुबली विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी शुक्रवार को लाव लश्कर के साथ प्रयागराज जिला कोर्ट पहुंचा था, जहां उसकी गिरफ्तारी हो गई. शनिवार को उमर जमानत पर रिहा हो गया. दरअसल, शुक्रवार को प्रयागराज जिला कोर्ट में माफिया बृजेश सिंह की पेशी थी. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
तभी मुख्तार का बेटा उमर अपने साथियों के साथ कोर्ट परिसर पहुंचा. पुलिस ने उमर को रोकने की कोशिश की तो झड़प हो गई. उमर समेत 8 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मुख्तार के बेटे की गिरफ्तारी चर्चा का विषय बनी, लेकिन उसरी चट्टी कांड के बारे में चर्चा नहीं हुई जिसमें बृजेश सिंह कोर्ट में पेश हुआ. हम आपको बताते हैं इस घटना के बारे में...
मुख्तार अंसारी के काफिले पर हुआ था हमला
साल 2001 में घटित उसरी चट्टी कांड में दर्ज मुकदमे में भाजपा एमएलसी बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह समेत कुल पांच लोग नामजद हैं. इनके अलावा मुख्तार अंसारी द्वारा 15-20 अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवाया गया था. उत्तर प्रदेश में घटित संगठित अपराधों की सूची में उसरी चट्टी कांड बड़े वारदात के रूप में दर्ज है. जुलाई 2001 में मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के यूसुफपुर कासिमाबाद मार्ग पर उसरी चट्टी के पास मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला हुआ था.
मुख्तार अंसारी का काफिला गुजर रहा था, तभी सामने खड़े ट्रक में सवार बदमाशों ने अंधाधुन गोलियां झोंक दीं. ट्रक के जिस तरफ से गोलियां चल रही थीं, उस ओर लोहे की मोटी चादर खड़ी की गई थी, ताकि दूसरे पक्ष से गोलियां दागी जाएं तो चादर को पार न कर पाएं. इसी के पीछे छिपकर बदमाश फायरिंग कर रहे थे.
इस हमले में मुख्तार के बॉडीगार्ड व हमलावर पक्ष से मनोज राय नाम के शूटर की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी. एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया था, 9 अन्य लोग घायल हुए थे. मुख्तार अंसारी ने इस मामले में बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था. भाजपा विधायक कृष्णानंद राय का नाम भी सामने आया था.
बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह हैं नामजद आरोपी
लंबे समय तक विचाराधीन रहने के बाद साल 2019 से उसरी चट्टी कांड में दर्ज मुकदमे की सुनवाई में तेज आई. इस कांड के दोनों आरोपियों बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के खिलाफ 11 जनवरी 2019 को अदालत में आरोप तय हुआ, 29 जनवरी 2019 को साक्ष्य के लिए तिथि तय की गई थी. भाजपा एमएलसी बृजेश सिंह कई बार कोर्ट में पेश नहीं हुए. फिर सख्ती तो हुई तो उन्हें आना पड़ा. मामले में साक्ष्य उनके खिलाफ हैं.
कुछ वर्ष पहले उसरी चट्टी हत्याकांड के गवाह जफर खां उर्फ चंदा को बृजेश सिंह के करीबी शूटर अजय मरदह उर्फ गुडडू द्वारा जान से मारने की धमकी भी दी गयी थी. उमर अंसारी अपने पिता मुख्तार के मुकदमे में गवाही करवाने गया था. मुख्तार बांदा जेल में बंद है, और बीमार चल रहा है. मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी का कहना है कि उमर कोर्ट में हथियार लेकर नहीं गया था, न ही उस पर कोई केस दर्ज है. हम प्रयास करते रहेंगे कि उसरी चट्टी कांड का सच सबके सामने आए. हमें कोर्ट पर भरोसा है.
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