लखनऊ: डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' विवादों में आ गई है. फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई समेत तीन लोगों के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में हिन्दू आस्था को चोट पहुंचाने, आपराधिक साजिश, और शांति भंग करने समेत कई आरोप लगाए गए हैं. डॉक्यूमेंट्री फिल्म के पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था. यही नहीं मां काली के हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा भी दिखाया गया था. वकील वेद प्रकाश शुक्ला की ओर से यह एफआईआर दर्ज कराई गई है.


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सोशल मीडिया पर लोगों का भड़का गुस्सा


फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने 2 जुलाई को काली फिल्म का पोस्टर सोशल मीडिया पर शेयर किया था. मां काली के रूप का पोस्टर सामने आने के बाद लोगों ने इसका जमकर विरोध किया और पोस्टर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया. कई लोगों ने फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करने की मांग भी की. लखीमपुर खीरी के सदर कोतवाली इलाके में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने शिकायती पत्र देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. देवी देवताओं के अपमान किए जाने के चलते कार्यकर्ताओं ने फिल्म निर्माता लीना मनिमेकलानी पर कार्रवाई करने की मांग की है. विश्व हिंदू परिषद के मामले से संबंधित शिकायती पत्र सदर कोतवाल को सौंपी है, जिस पर पुलिस ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.



इसी तरह गोंडा के कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज कराए जाने की ख़बर है. यहां भी फिल्म मेकर लीना के साथ-साथ पूरी यूनिट के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया गया है. यह एफआईआर रितेश यादव नामक व्यक्ति की ओर से दर्ज कराई गई है.


फिल्म जगत में भी विरोध
लीना मणिमेकलाई की फिल्म काली में जिस तरह लोगों की भावनाओं को आहत किया गया है, इसके खिलाफ बॉलीवुड ने भी आवाज उठाई है. फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने नाराजगी जताई है.



अशोक पंडित ने ट्वीट कर फिल्म की निर्माता पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं दिल्ली पुलिस ने भी धारा 153-ए और 295 ए के तहत एफआईआर दर्ज की है. दिल्ली पुलिस को काली फिल्म विवाद पर दो शिकायतें मिली थीं.


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